Google Image | प्रतीकात्मक फोटो
दिल्ली से वाराणसी के बीच बुलेट ट्रेन चलाने की परियोजना पर केंद्र सरकार तेजी के साथ काम कर रही है। इस प्रोजेक्ट की प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इसका बड़ा फायदा जेवर में प्रस्तावित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को मिलेगा। बुलेट ट्रेन के जरिये दिल्ली से जेवर एयरपोर्ट की दूरी 62.5 किलोमीटर है। बुलेट ट्रेन यह दूरी महज 21 मिनट में तय हो सकेगी। जबकि, जेवर से आगरा तक आप महज 33 मिनट में पहुंच जाएंगे।
दिल्ली से वाराणसी के बीच बुलेट ट्रेन चलाई जानी है। इसकी डीपीआर के लिए काम शुरू हो गया है। प्रारंभिक रिपोर्ट को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसका फायदा गौतम बुद्ध नगर जिले को भी मिलेगा। इस रूट का यह पहला जिला होगा, जहां पर दो स्टापेज तय किए जा रहे हैं। पहला नोएडा के सेक्टर-148 में और दूसरा स्टेशन जेवर एयरपोर्ट के पास बनाया जाएगा। सबसे अधिक फायदा जेवर एयरपोर्ट को मिलेगा। दरअसल, एयरपोर्ट को दिल्ली से जोड़ने के लिए कई विकल्पों पर काम चल रहा है। बुलेट ट्रेन से सबसे कम समय में यात्री दिल्ली से जेवर एयरपोर्ट तक पहुंच सकते हैं। बुलेट ट्रेन दिल्ली के सरायकाले खां से शुरू होगी। दिल्ली से नोएडा सेक्टर-148 होते हुए जेवर एयरपोर्ट तक पहुंचेगी। यह दूरी करीब 21 मिनट में तय हो जाएगी। दिल्ली के लोगों को जेवर एयरपोर्ट तक पहुंचने में बहुत आसानी होगी। यह ट्रेन 300 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की रफ्तार से दौड़ेगी।
वाराणसी ट्रेन इन स्टेशनों पर रुकेगी
प्रारंभिक रिपोर्ट बताती है कि दिल्ली-वाराणसी रूट पर नोएडा सेक्टर-148, जेवर एयरपोर्ट, मथुरा, आगरा, कन्नौज, इटावा, लखनऊ, रायबरेली, प्रयागराज व भदोही में ट्रेन रुकेगी। इस रूट का आखिरी स्टेशन वाराणसी होगा। इस ट्रेन से दिल्ली से जेवर तक 21 मिनट, जेवर से आगरा तक 33 मिनट, दिल्ली से लखनऊ तक 2.5 घंटे और दिल्ली से वाराणसी तक पहुंचने में चार घंटे का समय लगेगा।
चार फेज में परियोजना पूरी की जाएगी
दिल्ली-वाराणसी रूट की प्रारंभिक रिपोर्ट बताती है कि यह परियोजना 4 चरणों में पूरा होगी। पहला चरण दिल्ली से आगरा, दूसरा चरण आगरा से लखनऊ, तीसरा चरण लखनऊ से प्रयागराज और चौथा चरण प्रयागराज से वाराणसी तक का होगा।
Noida International Airport Limited (NIAL) जेवर एयरपोर्ट तक दिल्ली से आसान पहुंच बनाने के लिए विकल्पों पर काम कर रहा है। ताकि दिल्ली से आसानी और कम समय में जेवर एयरपोर्ट पहुंचा जा सके। रेल मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश में बुलेट ट्रेन के दो कॉरिडोर बनाने के लिए तैयारी की है। दिल्ली-वाराणसी और वाराणसी-हावड़ा के बीच बुलेट ट्रेन चलाने की योजना है। केंद्र सरकार ने दिल्ली-वाराणसी के बीच बुलेट ट्रेन चलाने की योजना बनाई है। यह रूट दिल्ली से नोएडा और यमुना एक्सप्रेस से होकर लखनऊ जाएगी। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने दिल्ली-वाराणसी रूट पर डाटा कलेक्शन का काम शुरू कर दिया है। इसकी विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कराने के लिए टेंडर निकाल दिया गया है। डीपीआर में स्टेशन समेत तमाम जानकारी स्पष्ट हो सकेंगी।
उत्तर प्रदेश के कई शहरों को मिलेगा बड़ा फायदा
प्रारंभिक रिपोर्ट बताती है कि दिल्ली व वाराणसी के बीच चलने वाली बुलेट ट्रेन से प्रदेश के कई शहरों को लाभ मिलेगा। दिल्ली के सराय काले खां से शुरू होने वाली इस ट्रेन का पहला स्टेशन गौतम बुद्ध नगर जिले में होगा। नोएडा के सेक्टर-148 में पहला स्टेशन बनाया जाएगा। जबकि दूसरा स्टेशन जेवर में बनाया जाएगा। यह स्टेशन जेवर एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 के पास ही बनाया जाएगा ताकि एयरपोर्ट को पूरा फायदा मिल सके। इसके लिए नियाल से नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने जानकारी मांगी है ताकि इसको अंतिम रूप दिया जा सके।
डीपीआर बनने के बाद आएगी परियोजना में तेजी
डीपीआर बनने के बाद दिल्ली व वाराणसी के बीच 865 किमी लंबे रूट पर काम में तेजी आएगी। अभी इस रूट के लिए डाटा एकत्र किया जा रहा है। जेवर के पास स्टेशन बनने से गौतम बुद्ध नगर के अलावा गाजियाबाद, अलीगढ़, बुलंदशहर, हाथरस, मथुरा आदि जिले के लोगों को मिल सकेगा। बुलेट ट्रेन में यहां के लोग दिल्ली के बजाय गौतमबुद्ध नगर के स्टेशन से बैठेंगे।
इन जगहों पर बनाए जा सकते हैं स्टेशन
परियोजना की कुछ खासियत
Delhi to Varanasi Bullet Train का रूट 865 किमी लंबा होगा। यह दिल्ली-वाराणसी कॉरीडोर कहलाएगा। यह 320 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ेगी। इस परियोजना पर 1.21 लाख करोड़ रुपये की लागत आएगी।