हनुमान चालीसा पढ़ने से नहीं होगा कोरोना वायरस: कांग्रेस नेता

देश | 4 साल पहले | Tricity Reporter

Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो



मध्य प्रदेश के एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता रमेश सक्सेना ने कोरोना से बचने का अजीब सुझाव दिया है। उन्होंने कहा कि हनुमान चालीसा का पाठ करने से लोगों को कोरोना वायरस बीमारी (कोविड -19) से बचाया जा सकेगा। कोरोना से देश में 2.86 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं और 8,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। 1993 से 2008 तक चार बार विधायक रहे रमेश सक्सेना ने गुरुवार को सीहोर में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान यह टिप्पणी की।

उन्होंने कहा कि मैं यह दावे के साथ कह सकता हूं कि अगर किसी भी परिवार के सदस्य 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए एक साथ बैठते हैं, जिसमें मुश्किल से आधे घंटे लगते हैं तो उन्हें कोरोना छू नहीं सकता है। एक बार निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में और तीन बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टिकट पर चुनाव जीत चुके सक्सेना पिछले साल जनवरी में कांग्रेस में शामिल हुए थे।

उन्होंने कहा कि हनुमान चालीसा में एक पंक्ति है - नसे रोग हर सब पीरा, जपत निरंतर हनुमत वीरा (भगवान हनुमान के नाम का निरंतर पाठ सभी रोगों और दर्द को ठीक करता है)। हमें इस पर भरोसा करना चाहिए। गौरतलब है कि इससे पहले, सक्सेना ने 2018 में बारिश और ओलावृष्टि के दौरान फसलों को क्षतिग्रस्त होने से रोकने के लिए इसी तरह की सलाह दी थी। उन्होंने लोगों से हर दिन कम से कम 500 बार हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए कहा था।

स्वास्थ्य विभाग के पूर्व निदेशक डॉ. केएल साहू ने कहा, "हम सभी भगवान में एक मजबूत विश्वास रखते हैं और हम सभी प्रार्थना करते हैं लेकिन जब हम सभी कोविड -19 से लड़ रहे हैं तब इस तरह के सुझाव केवल सार्वजनिक रूप से भ्रम पैदा करेंगे।"

भाजपा की राज्य इकाई के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा, "पवित्र ग्रंथों और भगवान में हमारी आस्था हमारे मनोबल को बढ़ावा देती है और इस तरह किसी भी संकट से निपटने के लिए प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ावा देती है लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि इससे किसी भी कोविड मरीज को ठीक किया जा सकता है। जब हम सार्वजनिक जीवन में होते हैं तो हमें ऐसा कोई बयान नहीं देना चाहिए कि कोई भी व्यक्ति इसे आंख बंद करके मानता रहे और चिकित्सा से बचता है।"

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