Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, अब तक देश में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 42,533 हो गई है। इसके अलावा मरने वालों की संख्या 1,373 पहुंच गई है। वहीं, दिल्ली सहित देशभर में 25 मार्च से लॉकडाउन लागू है। इसका प्रथम चरण 25 मार्च से 14 अप्रैल तक था। दूसरा चरण 15 अप्रैल से तीन मई तक था। अब लॉकडाउन 3.0 सोमवार (चार मई) से 17 मई तक है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि कोविड-19 के मामले बढने की दर कुछ समय से लगभग स्थिर है और रोगियों के ठीक होने की दर सुधर रही है। भारत सफलता की राह पर है तथा देश इस महामारी के खिलाफ लड़ाई जीतेगा।
दिल्ली में रविवार को कोरोना वायरस के सबसे अधिक 427 नये मामले सामने आये है। जिससे राष्ट्रीय राजधानी में इसके मामलों की कुल संख्या 4,549 हो गई है। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि कोविड-19 कहीं नहीं जा रहा और यह असंभव है कि कोरोना वायरस के मामले शून्य हो जाएं। उन्होंने कहा, 'यह असंभव है कि कोरोना वायरस का एक भी मामला सामने नहीं आये। हमें कोरोना वायरस के साथ जीने के लिये तैयार होना होगा। हमें इसका अभ्यस्त होना होगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार तक के आंकड़े के अनुसार कोरोना वायरस से संक्रमित 28,070 मरीजों का इलाज अभी चल रहा है। जबकि 10,886 लोग स्वस्थ हो गये हैं और एक मरीज विदेश चला गया है। संक्रमण के कुल मामलों में 111 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। शनिवार शाम से अब तक हुई कुल 83 मौतों में से सबसे अधिक 36 मौत महाराष्ट्र में, 26 गुजरात में, मध्य प्रदेश में 11, राजस्थान में तीन, दिल्ली में तीन, तेलंगाना में दो और तमिलनाडु और बिहार में एक-एक मौत हुई है।
केन्द्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों और केन्द्र शासित राज्यों को पत्र लिख कर कहा है कि गृह मंत्रालय ने ऐसे फंसे हुए लोगों के आने जाने को मंजूरी दी है जो लॉकडाउन की अवधि से ठीक पहले अपने मूल निवास अथवा कार्यस्थलों से चले गए थे और लॉकडाउन के नियमों के चलते लोगों अथवा वाहनों की आवाजाही पर लगी रोक के कारण अपने मूल निवासों अथवा कार्यस्थलों पर लौट नहीं पाए थे।