शराब की दुकानों पर लगी भीड़ को अपनी पेंट का ख्याल नहीं, सोशल डिस्टेंशिंग का क्या ख्याल रखेंगे, हालात देखिए

नोएडा | 5 साल पहले | Tricity Reporter

Tricity Today | शराब की दुकानों पर लगी भीड़ को अपनी पेंट का ख्याल नहीं



हमने इस खबर के फ्रंट पर जो फोटो लिया है, उसे देखकर आप थोड़ा असहज महसूस कर सकते हैं। हमारी अनुशासनहीनता भी करार दे सकते हैं। इसके लिए हम माफी चाहते हैं। लेकिन, यह मैसेज देने के लिए इस फोटो को पब्लिश करना जरूरी था कि जिस भीड़ को अपनी पेंट का ख्याल नहीं, वह सोशल डिस्टेंसिंग का क्या ख्याल रखेगी?

पिछले 2 दिन से देशभर में शराब की दुकानों के बाहर जो गदर मचा है, उसे देखकर ज्यादातर लोग मनोरंजन का जरिया बना रहे हैं वहीं, संजीदा और गंभीर लोग इसे बड़ा खतरा मान रहे हैं।

कई जगह धक्का-मुक्की, मारपीट और एक-दूसरे से पहले ज्यादा से ज्यादा शराब लेने के लिए हालात ऐसे बन गए कि पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ीं। नोएडा में ही 2 स्थानों पर मंगलवार की दोपहर पुलिस ने लोगों को लाठियां फटकार कर शराब की दुकानों के बाहर से खदेड़ा है। गाजियाबाद, गुड़गांव, फरीदाबाद और दिल्ली समेत आसपास के तमाम इलाकों से ऐसी फोटो, वीडियो और खबरें आ रही हैं, जिन्हें देखकर लगता है कि पिछले 45 दिनों का लॉकडाउन बे मायने था।

उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार की शाम शराब पर राशनिंग सिस्टम लागू कर दिया है। एक व्यक्ति को बियर की अधिकतम 4 कैन मिल सकती हैं। एक बोतल शराब से ज्यादा नहीं देने की हिदायत शराब के ठेके पर दी गई है। इसके बावजूद लोगों को इफरात में शराब खरीदते हुए देखा गया है। लोग कुछ इस अंदाज में शराब खरीद रहे हैं मानो फिर कभी मिलेगी ही नहीं। पिछले 40 दिनों से शराब की तंगी झेल रहे लोग अब पीने के साथ साथ नहा लेना चाहते हैं।

सरकार ने एडवाइजरी जारी की। कहा गया कि शराब के ठेकों के बाहर दो 2 गज की दूरी पर गोले बनाए जाएंगे। लोग आकर उन गोलों में खड़े होंगे। अपनी बारी का इंतजार करेंगे। बारी आने पर पैसे देंगे और तय मात्रा में शराब लेकर चले जाएंगे। जितने गोले बनेंगे उससे अधिक लोग दूर खड़े होकर इंतजार करेंगे। जब उनकी बारी आएगी तो वह गोलों में आकर खड़े हो जाएंगे।

सरकार को लगा था कि उनका आदेश शत-प्रतिशत लागू होगा। पिछले 40 दिनों से घरों में बंद लोग अनुशासित हो गए होंगे। लेकिन सोमवार की सुबह से जो हालात पैदा हुए, उन्हें देखकर अचरज हो रहा है। लोग धक्का-मुक्की पर उतारू हैं। एक-दूसरे के ऊपर चढ़े हुए हैं। इस तरह सटकर खड़े हुए हैं कि एक एक-दूसरे की सांस भी साफ सुनाई दे रही है। धक्का-मुक्की ऐसी कि लोगों के पेंट उतर गईं। कपड़े फट गए। जूते-चप्पल छूट गए। ऐसे लोगों से भला सोशल डिस्टेंसिंग की क्या अपेक्षा की जा सकती है।

शराब बेचने वाले भी कोई कम नहीं हैं। कई जगह से ऐसे वीडियो आ रहे हैं, जहां शराब के ठेकेदार दुकानों के बाहर बैंड बाजा बजाकर लोगों को निमंत्रण दे रहे हैं। कहीं हथेली पर कपूर लेकर शराब के ठेके के बाहर आरती चल रही है। कई ऐसे फोटो भी आए हैं, जिनमें लोग हाथ जोड़कर शराब के ठेके के बाहर खड़े हुए हैं। लोगों के बीच मारपीट, गाली-गलौज और धक्का-मुक्की तो आम नजारा बन गया है। कई कस्बों से एक 1 किलोमीटर लंबी लाइन लगने की सूचनाएं मिल रही है।

ट्विटर, फेसबुक और व्हाट्सएप पर एक से बढ़कर एक वीडियो वायरल हो रहे हैं। एक वीडियो ऐसा आया है, जिसे हाईराइज इमारत से शूट किया गया है। सड़क पर लंबी लाइन नजर आ रही हैं। ऐसी लाइनें अक्सर गांव-देहात से चुनाव के दौरान दिखाई देती हैं। लोगों ने कई-कई घंटे लाइनों में लगकर शराब खरीदने के लिए अपनी बारी आने का इंतजार किया है। यही वजह है कि देशभर से लाखों-करोड़ों रुपए की शराब बिक्री की सूचनाएं मिल रही हैं। अकेले नोएडा शहर में ही 2 दिनों में ₹4 करोड़ से ज्यादा की शराब खरीदी गई है।

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