BIG BREAKING: अनुमति मिलने के बावजूद मारुति गुड़गांव में कारों का निर्माण नहीं हो पाएगा, चेयरमैन ने बड़ी बात कही

देश | 5 साल पहले | Tricity Reporter

Tricity Today | मारुति का प्लांट



ऑटो मोबाइल क्षेत्र की दिग्गज भारतीय कंपनी मारुति को मानेसर प्लांट शुरू करने की अनुमति मिल गई है। एक शिफ़्ट में केवल 600 कर्मचारी काम करेंगे। लेकिन सरकार की हरी झंडी के बावजूद मानेसर मारुति प्लांट में कारों का निर्माण नहीं शुरू नहीं हो पाएगा।

देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (Maruti Suzuki India Limited) के मानसेर प्लांट (Manesar plant) को संचालित करने की अनुमति गुरुग्राम जिला प्रशासन ने दे दी है। इसके बावजूद आइएमटी फेज तीन, मानेसर स्थित मारुति के प्लांट में तत्काल कारों का उत्पादन संभव नहीं है। मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन आरसी भार्गव का कहना है कि सिर्फ मानेसर प्लांट के खुलने कारों के उत्पादन को शुरू नहीं किया जा सकता है।

उन्होंने कहा,  "गुरुग्राम के सेक्टर-18 में स्थित मारुति के प्लांट को खोलने की अनुमति अभी नहीं मिली है। गुरुग्राम प्लांट में कारों के इंजन का निर्माण होता है। जब तक इंजन नहीं बनेंगे तब तक कारों का उत्पादन नहीं सकता है।" उनका यह भी कहना है कि जब तक मारुति की सभी वेंडर कंपनियों को उत्पादन की इजाजत नहीं होगी, तब तक कारों का निर्माण संभव नहीं है।

लॉकडाउन की अवधि के दौरान मारुति कंपनी ने 4696 कर्मचारियों के साथ काम शुरू करने की अनुमति मांगी थी। मगर जिला प्रशासन ने कंपनी को सिर्फ 600 कर्मचारियों के साथ सिंगल शिफ्ट में काम की मंजूरी दी है। कंपनी में रोजाना सिर्फ 50 वाहनों के आवाजाही हो पाएगी। जिला प्रशासन द्वारा जारी अनुमति पत्र में इस बात का स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी संशोधित गाइडलाइंस के अनुसार ही कंपनी को काम करने की अनुमति दी गई है।

मारुति कंपनी के चेयरमैन का स्पष्ट कहना है कि जब तक मारुति के सभी वेंडर कंपनियों में काम शुरू नहीं हो जाता है, तब तक कारों का निर्माण मारुति के प्लांट में नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि देशभर में मारुति के वेंडर हैं। उन सभी में काम शुरू होने के साथ-साथ उत्पादों की आवाजाही के लिए ट्रांसपोर्टेशन की भी व्यवस्था होनी चाहिए। यही नहीं डीलरों के शोरूम भी खुलने चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक इंडस्ट्री की पूरी चेन शुरू नहीं होती, तब तक ज्यादा कुछ नहीं हो सकता है।

बताया जा रहा है कि मारुति के मानेसर प्लांट में सैनिटाइजेशन और मशीनों के मरम्मत का काम शुरू हो चुका है। लॉकडाउन के दौरान बंद पड़े मारुति के मानेसर प्लांट में मशीनों का संचालन नहीं हुआ है। यही कारण है कि इंजीनियरों की टीम उनका निरीक्षण और मरम्मत का काम कर रही है। इस काम के दौरान भी सरकार द्वारा जारी कोविड-19 गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया जाना जरूरी है। 

मारुति के मानेसर प्लांट को अनुमति मिलने के बाद गुरुग्राम और एनसीआर स्थित मारुति की वेंडर कंपनियों में हलचल शुरू हो गई है। उन्हें लग रहा है कि जल्द ही व्यवस्था सामान्य हो जाएगी। जिससे उनका बंद पड़ा काम फिर से शुरू हो जाएगा।

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