ग्रेटर नोएडा वेस्ट: पांच साल के मासूम बच्चे पर कुत्तों ने किया जानलेवा हमला

Tricity Today | पांच साल के मासूम बच्चे पर कुत्तों ने किया जानलेवा हमला



ग्रेटर नोएडा वेस्ट की पंचशील हाइनिश सोसाइटी से शनिवार को दोपहर बाद दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। सोसाइटी में आवारा कुत्तों ने 5 साल के एक मासूम बच्चे पर जानलेवा हमला किया है। बच्चे को गर्दन से पकड़ कर नोच दिया। आसपास मौजूद लोगों ने हिम्मत करके कुत्तों को भगाया और बच्चे की जान बचाई। इस घटना के बाद से सोसाइटी में दहशत व्याप्त है। निवासी बेहद परेशान हैं। सोसाइटी के निवासियों का कहना है कि 50 से ज्यादा आवारा कुत्ते यहां हैं। तमाम शिकायतों के बावजूद विकास प्राधिकरण और बिल्डर कुछ नहीं कर रहे हैं।

पंचशील हाइनिश सोसायटी में रहने वाले रणदीप पावा के 5 वर्षीय बेटे पर शनिवार की दोपहर बाद आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया। रणदीप पावा ने बताया कि यह कुत्ते लगातार बच्चों का पीछा करते हैं। बच्चों पर हमला करने के लिए दौड़ पड़ते हैं। ऐसा कई बार हुआ है। शनिवार को तो कुत्तों ने बच्चे को गले से पकड़ कर नोच डाला। वह बुरी तरह रोने चिल्लाने लगा। आसपास मौजूद लोगों ने किसी तरह बच्चे की जान बचाई है। सोसाइटी में करीब 50 आवारा कुत्ते रह रहे हैं। इनसे यहां के निवासी दहशत ज्यादा रहते हैं। रणदीप पावा टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज में कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि वह पिछले साल नवंबर में पंचशील हाइनिश सोसाइटी में रहने के लिए आए हैं।

सोसाइटी में ही रहने वाले समाजसेवी धीरज ने बताया, यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी कई बार कुत्ते सोसाइटी के बच्चों पर हमला कर चुके हैं। महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों को कुत्ते निशाना बनाते हैं। सोसाइटी के मेंटेनेंस मैनेजर विवेक शर्मा हैं। उनसे पता नहीं कितनी बार इन कुत्तों को सोसाइटी से बाहर निकालने की बात कर चुके हैं। इस वक्त 40-50 कुत्ते सोसाइटी में रह रहे हैं। मेंटेनेंस मैनेजर के पास कोई स्टाफ नहीं है। कोई सुविधा नहीं है। जिसकी वजह से सोसायटी के रहने वाले लोगों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। धीरज कहते हैं कि यह परेशानी पूरे ग्रेटर नोएडा वेस्ट में है। आसपास की हाउसिंग सोसायटी में भी कुत्तों ने कई बार लोगों पर हमला किया है। ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण इस ओर ध्यान देने के लिए तैयार नहीं है।

रणदीप पावा ने बताया कि बच्चे पर हमले के बाद उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम को फोन किया था। पुलिस सोसाइटी में आई। उन्होंने बच्चे को देखा और हम लोगों को सांत्वना देकर चले गए। पुलिस ने कहा कि यह उनके अधिकार क्षेत्र का काम नहीं है। बिल्डर के मेंटेनेंस डिपार्टमेंट या विकास प्राधिकरण से संपर्क करना चाहिए। हम लोग बच्चे को लेकर सरकारी अस्पताल पहुंचे, लेकिन कोविड-19 के कारण वहां कोई इलाज नहीं मिल सका। इसके बाद फार्मेसी से डॉग बाइट वैक्सीन खरीद कर एक प्राइवेट डॉक्टर से बच्चे को लगवा दी है।

इस घटना के बाद सोसाइटी में लोगों की भीड़ जमा हो गई। निवासी गुस्से में हैं। रणदीप पावा के घर भी लोग बच्चे का हाल-चाल लेने पहुंच रहे हैं। सोसाइटी के निवासियों का कहना है कि ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण को आवारा कुत्तों पर नियंत्रण करने के लिए एक ठोस योजना बनानी चाहिए। दो दिन पहले ही नोएडा विकास प्राधिकरण ने कुत्तों पर लगाम लगाने के लिए एक योजना घोषित की है। इसी तरह की का अभियान ग्रेटर नोएडा वेस्ट में भी चलाए जाने की आवश्यकता है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में आवारा कुत्तों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। दूसरी ओर रणदीप पावा का बेटा भी दहशत में है। उसकी गर्दन पर कुत्तों ने बड़े गहरे निशान बना दिए हैं। जिन्हें देखकर लोग सिहर जाते हैं।

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