भूल जाइए इन 6 बैंकों के नाम जो आज हो गए बन्द

देश | 5 साल पहले | Tricity Reporter

Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो



आज देश के 6 महत्वपूर्ण बैंक बन्द हो गए हैं। अब इनका नाम आपको पढ़ने और सुनने के लिए नहीं मिलेगा। एक अप्रैल से ये 6 बैंक खत्म हो गए हैं। जिनके नाम बदल चुके हैं। एक अप्रैल यानी आज से नए वित्त वर्ष की शुरुआत हो चुकी है। इस नए वित्त वर्ष में बहुत सी ऐसी चीजें हैं, जो बदल रही हैं। नए वित्त वर्ष में सबसे बड़ा बदलाव बैंकिंग सेक्टर में हो रहा है। दरअसल, आज से 10 बैंकों का विलय प्रभावी हो रहा है। इस विलय के तहत देश के 6 सरकारी बैंकों का नाम और पहचान खत्म हो गई हैं।

ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, आंध्र बैंक, कार्पोरेशन बैंक, इलाहाबाद बैंक, सिंडिकेट बैंक बुधवार को खत्म हो गए हैं। अब ऐसे में सवाल हैं कि इन बैंकों का क्या होगा और इन बैंकों के ग्राहकों पर क्या असर पड़ेगा। आइए विस्तार से आपको इसकी जानकारी देते हैं।   

दरअसल, ये 6 बैंक देश के 4 दूसरे बैंकों में विलय हो गए हैं। ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया का पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में विलय हो ज्ञानह। वहीं, सिंडीकेट बैंक का केनरा बैंक में, आंध्र बैंक और कार्पोरेशन बैंक का यूनियन बैंक ऑफ  इंडिया में विलय हो गया है। इसी तरह इलाहाबाद बैंक का इंडियन बैंक में विलय किया किया जा रहा है।

विलय के बाद आपको एक नया खाता नंबर और कस्टमर आईडी मिल सकती है। नए चेकबुक समेत अन्य चीजें जारी हो सकती हैं। हालांकि, ये सब आज ही से लागू नहीं होगा। इसे बैंकों की ओर से धीरे—धीरे लागू किया जाएगा। ऐसे में जरूरी है कि आपके ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर का बैंक के शाखा के साथ अपडेट हों। ताकि, आपको बैंक की ओर से बदलाव की सूचनाएं मिलती रहें।

लोन, एसआईपी, शेयर और ईएमआई पहले की तरह ही चलते रहेंगे। विलय के तहत ये सब लीडर बैंक की निगरानी में होगा। इसके अलावा एटीएम मशीन, ब्रांचेज भी लीडर बैंक के होंगे। इस विलय के पूरा होने के बाद सरकारी क्षेत्र में 7 बड़े और पांच छोटे बैंक रह जाएंगे। साल 2017 तक देश में सार्वजनिक क्षेत्र के 27 बैंक थे।

लेकिन अब इस नए वित्त वर्ष में देश में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की संख्या 18 से घटकर 12 रह गई है। आपको बता दें कि पिछले वित्त वर्ष में देना बैंक और विजय बैंक का बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय किया गया था। इससे पहले भारतीय स्टेट बैंक में उसके सभी सहयोगी बैंकों और भारतीय महिला बैंक का विलय किया गया था।

स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एण्ड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर और स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद का देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक में विलय एक अप्रैल 2017 से प्रभाव में आ चुका है।

अन्य खबरें