Tricity Today | Noida Police Commissioner Alok Kumar Singh
गौतमबुद्ध नगर पुलिस (Gautam Buddh Nagar Police) ने शहर के कबाड़ी पर बड़ी कार्रवाई की है। कहने को तो यह व्यक्ति कबाड़ी है, लेकिन अरबों रुपए की प्रॉपर्टी का मालिक बताया जाता है। अभी उसकी 25 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी सोमवार को गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने जब्त कर ली है। इतना ही नहीं इस कबाड़ी के नाम से शहर की मल्टीनेशनल कंपनियों (Multinational Compnies in Noida) के अफसर थरथर कांपते थे। दरअसल, यह कबाड़ी वेस्ट यूपी (Western UP) के सबसे कुख्यात सुंदर भाटी गैंग (Sunder Bhati Gang) के बूते करोड़ों रुपए सालाना टर्नओवर वाले स्क्रैप कारोबार का बेताज बादशाह था। अब गौतमबुद्ध नगर के पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार सिंह (Alok Kumar Singh IPS) की नजर इस गोरखधंधे पर पड़ी तो सारा खेल खुलकर सामने आ गया है। पुलिस इस नेक्सस में शामिल सफेदपोश और पॉलिटिकल कनेक्शन की कड़ियों को खोलने में भी जुट गई है। बताया जा रहा है कि जल्दी ही कुछ और बड़ी कार्यवाही होंगी।
ग्रेटर नोएडा के पुलिस उपायुक्त राजेश कुमार सिंह ने बताया कि कुख्यात गैंगस्टर सुंदर भाटी गैंग के लिए कबाड़ का कारोबार करने वाले एक कबाड़ी की करीब 25 करोड़ रुपये की संपत्ति पुलिस ने सोमवार को कुर्क की है। कबाड़ी ने सुंदर भाटी के साथ मिलकर एक सिंडिकेट बनाया। राष्ट्रीय और बहुराष्ट्रीय कंपनियों से कबाड़ का ठेका जबरन हासिल करके अरबों की संपत्ति बनाई हैं। इससे पूर्व यह कबाड़ी कबाड़ के स्क्रैप कारोबार में बाधा बन रहे एक व्यक्ति की हत्या करवाने के मामले में भी जेल जा चुका है।
पुलिस उपायुक्त राजेश कुमार सिंह ने बताया कि गैंगस्टर एक्ट की धारा 14(1) के तहत पुलिस आयुक्त गौतमबुद्ध नगर आलोक सिंह के न्यायालय ने निजामुद्दीन उर्फ निजाम उर्फ मुनीम, उसकी पत्नी मीना, बेटे नदीम मलिक व वसीम मलिक आदि की करीब 25 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति को आज कुर्क की है। उन्होंने बताया कि निजामुद्दीन उर्फ मुनीम तथा इसके परिवार के लोग कुख्यात गैंगस्टर सुंदर भाटी के संपर्क में हैं। मुनीम ने सुंदर भाटी के साथ मिलकर स्क्रैप कारोबार का एक सिंडीकेट बनाया। शहर की तमाम देसी विदेशी कंपनियों से ये लोग जबरन स्क्रैप का ठेका हासिल करते हैं। जो लोग उनके रास्ते में आते हैं, उन्हें ये लोग धमकाकर या उसके ऊपर हमला करवाकर अपने रास्ते से हटा देते हैं।
उन्होंने बताया कि जांच के दौरान यह बात संज्ञान में आई थी कि मुनीम सुंदर भाटी गैंग के लिए काम करता है। इसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की गई है। इस नेक्सस की और कड़ियां खोलने की कोशिश जारी है। जल्दी ही कुछ बड़ी कार्यवाही की जाएगी। इस कबाड़ी गैंग को सुंदर भाटी गैंग के साथ-साथ कुछ सफेदपोश भी पर्दे के पीछे से सपोर्ट कर रहे हैं। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस पूरे मामले पर पुलिस कमिश्नरेट ने एक रिपोर्ट तैयार की है। जिसमें जिले में चल रहे स्क्रैप कारोबार की तफ्सील से जानकारी दी गई है। इस गोरखधंधे में शामिल बदमाशों, कारोबारियों और पॉलीटिकल कनेक्शन का पूरा ब्यौरा भेजा गया है।
पुलिस अफसरों का कहना है कि यह नेक्सस एक-दूसरे को सपोर्ट करता है। जब इनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई शुरू होती थी तो राजनीतिक दबाव का इस्तेमाल किया जाता था। जिसकी वजह से यह गिरोह करीब 20 वर्षों से नोएडा और ग्रेटर नोएडा में जड़े जमा कर बैठा हुआ था। बड़ी बात यह है कि जैसे ही विकास प्राधिकरण भूमि आवंटन करते हैं, उसके साथ ही यह गैंग सक्रिय हो जाता है। बेसमेंट खुदाई से लेकर चारदीवारी बनाने, कंपनी में इमारत खड़ी करने, मैन पावर सप्लाई करने और तो और पानी तक की सप्लाई करने के ठेके यह गैंग हासिल करता है। कंपनी शुरू होने के बाद स्क्रैप पर भी इनका एकछत्र अधिकार है। इतना ही नहीं यह लोग कंपनियों से मनमानी दरों पर स्क्रैप खरीदते थे। अब इसी नेक्सस के खिलाफ पुलिस एक्शन में है।