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शहर में खराब स्ट्रीट लाइट ने लोगों को परेशान कर दिया। स्ट्रीट लाइट का रखरखाव भी ठीक नहीं है। सेक्टरों में अंधेरा होने से हादसा होने की आशंका बनी रहती है। शिकायत के बावजूद कई-कई दिन तक समस्या का समाधान नहीं होता है। हालांकि प्राधिकरण का कहना है कि स्ट्रीट लाइट के लिए गठित टीमें रोजाना काम कर रही हैं। प्राधिकरण की रिपोर्ट बताती है कि शहर में 500 से अधिक स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी हैं।
स्ट्रीट लाइट खराब होने से सेक्टरों में अंधेरा रहता है। कई इलाकों में सर्विस रोड की लाइट भी खराब पड़ी है। अंधेरा होने से हादसा होने का खतरा बना रहता है। डेल्टा-2 सेक्टर आरडब्ल्यूए के उपाध्यक्ष मनीष भाटी ने बताया कि उनके सेक्टर की 10 प्रतिशत लाइट हमेशा खराब रहती है। दरअसल रखरखाव का काम बेहतर नहीं है। सुबह अगर गाड़ी लाइट ठीक करके गई है तो वह शाम तक फिर खराब हो जाती है। रखरखाव बेहतर हो तो इतनी दिक्कत ना आए। ग्राम विकास समिति के अध्यक्ष ब्रजेश भाटी ने बताया कि ऐच्छर गांव की अधिकतर लाइट खराब पड़ी हैं। प्राधिकरण में शिकायत करते हैं तो टेंडर करके काम कराने की बात कही जाती है। लेकिन अभी तक यह काम नहीं हो पाया है। उन्होंने प्राधिकरण अफसरों से मांग की है कि जल्द स्ट्रीट लाइट की समस्या का समाधान किया जाए।
शहर में 500 लाइटें खराब
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की वेबसाइट पर स्ट्रीट लाइट वस्तुस्थिति की रिपोर्ट अपलोड की गई है। उसके मुताबिक शहर में 500 से अधिक स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी हैं। रिपोर्ट बताती है कि रोजाना कितनी लाइट ठीक कराई जा रही हैं। किस-किस इलाके में कितनी लाइट ठीक की गई हैं। साथ खराब लाइट का भी डाटा दिया गया है।
शहर की स्ट्रीट लाइट को बदला जाएगा एलईडी में
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण स्ट्रीट लाइट की समस्या का समाधान करने की दिशा में काम कर रहा है। प्राधिकरण पहले सरकारी कंपनी से शहर की स्ट्रीट लाइट को एलईडी में बदलना चाहता था। लेकिन अनुरक्षण कार्य को लेकर बात नहीं बन पाई। अब सरकारी कंपनी के बजाय प्राधिकरण खुद यह काम करेगा। इसकी प्रक्रिया चल रही है।