अयोध्या मंदिर में स्थापित होने वाली राम की मूर्ति को मूछें नहीं तो मंदिर का कोई अर्थ नहीं, जानिए किस बड़े हिन्दू नेता ने कहा

देश | 4 साल पहले | Mayank Tawer

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो



अयोध्या में प्रस्तावित मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की मूछें होनी चाहिये। हिंदुवादी नेता संभाजी भिड़े ने सोमवार को कहा कि अयोध्या में प्रस्तावित मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की मूछें होनी चाहिये। अयोध्या में बुधवार को राम मंदिर का भूमि पूजन होना है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शामिल होंगे। लिहाजा, लोग अपनी इच्छाएं और भावनाएं व्यक्त कर रहे हैं।

भिड़े ने पुणे के नजदीक सांगली में पत्रकारों से कहा, ''मैंने गोविंद गिरिजी महाराज (मंदिर न्यास के एक न्यासी) से कहा है कि आप राम और लक्ष्मण की जिस मूर्ति की स्थापना करने जा रहे हैं, उनकी मूछें होनी चाहिये।'' भिड़े ने कहा, ''अगर आप यह भूल (भगवान राम की मूर्ति में मूछें न होना) नहीं सुधारते हैं, तो भगवान राम के मेरे जैसे भक्तों के लिये मंदिर का कोई अर्थ नहीं है।''

उन्होंने मंदिर स्थल पर भूमि पूजन से पहले कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की एक तस्वीर की पूजा की जानी चाहिये। शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्तान के प्रमुख भिड़े ने लोगों से पांच अगस्त को होने वाले भूमि पूजन के दिन को दीपवाली और दशहरा की तरह जश्न मनाने की अपील की।

राकांपा प्रमुख शरद पवार ने हाल ही में कहा था कि कुछ लोगों को लगता है कि मंदिर बन जाने से कोविड-19 महामारी खत्म हो जाएगी। पवार के इस बयान पर भिड़े ने कहा कि वह एक सम्मानित व्यक्ति हैं और उन्हें ऐसा बयान नहीं देना चाहिये था। भिड़े ने कहा, ''पवार को भूमि पूजन कार्यक्रम में जाना चाहिये, भले ही उन्हें निमंत्रण न मिला हो। वह वहां पूरे महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व करेंगे।''

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