JEE Mains और NEET Exame से जुड़ी बड़ी खबर, पीएम ने बात नहीं सुनी तो सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगी 7 राज्य सरकार

देश | 4 साल पहले | Anika Gupta

Tricity Today | JEE Mains and NEET Exam Update



JEE Mains and NEET Exame आयोजित करवाने का मुद्दा बड़ा रूप धारण करता जा रहा है। अब बुधवार को 7 राज्य सरकारों ने एक सुर में ऐलान किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रवेश परीक्षाएं स्थगित करने की मांग की जाएगी। अगर प्रधानमंत्री ने उनकी बात नहीं सुनी तो इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी के साथ बुधवार को डिजिटल बैठक में सात राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए ली जाने वाली नीट और जेईई की परीक्षाएं स्थगित होनी चाहिए।

इस बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि इन परीक्षाओं को रोकने के लिए राज्यों को उच्चतम न्यायालय का रुख करना चाहिए। इस पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि न्यायालय जाने से पहले एकबार मुख्यमंत्रियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करनी चाहिए। हमें उनसे परीक्षाओं को टालने की मांग करनी चाहिए। अगर पीएम से मुलाकात के बाद भी परीक्षा का आयोजन करवाया जाता है तो फिर सुप्रीम कोर्ट जाना चाहिए। 

ममता बनर्जी ने कहा कि सभी राज्य सरकारों से आग्रह है कि हालात के सामान्य होने तक इन परीक्षाओं को स्थगित कराने के लिए उच्चतम न्यायालय में जाना चाहिए। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी इसका समर्थन किया और कहा कि सितंबर में कोरोना के मामले और बढ़ सकते हैं, ऐसी स्थिति में ये परीक्षाएं कैसे कराई जा सकती हैं? महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सवाल किया कि आज कोरोना फैल रहा है और संकट बढ़ गया है तो परीक्षाएं कैसे ले सकते हैं?

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने भी इन परीक्षाओं को स्थगित करने की पैरवी की है। गौरतलब है कि शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा (मेन) और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी) तय कार्यक्रम के अनुसार सितंबर में ही आयोजित की जाएंगी।

दूसरी और सोशल मीडिया पर देशभर के छात्र भी इन परीक्षाओं के आयोजन का विरोध कर रहे हैं। मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाया जा रहा है। स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता 17 वर्षीय ग्रेटा थूंबर्ग ने भी इन परीक्षाओं को मौजूदा हालात के चलते स्थगित करने की अपील भारत सरकार से की है।

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