Google Image | लक्ष्मीकांत वाजपेई
भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेई को मध्य प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। लक्ष्मीकांत वाजपेई को मध्य प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त करने की घोषणा राष्ट्रपति ने शनिवार की देर शाम की है। पिछले काफी अरसे से लक्ष्मीकांत वाजपेई सक्रिय राजनीति से दूर नजर आ रहे थे। दरअसल, पिछले विधानसभा चुनाव में बेहद मामूली अंतर से लक्ष्मीकांत वाजपेई ने मेरठ सदर में अपनी परंपरागत सीट गंवा दी थी।
लक्ष्मीकांत वाजपेई को उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का बड़ा ब्राह्मण चेहरा माना जाता है। वह लगातार मेरठ सदर से विधायक रहे हैं। कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह और राम प्रकाश गुप्ता की सरकारों में महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री भी रह चुके हैं। जब वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बंपर बहुमत हासिल हुआ था तो लक्ष्मीकांत वाजपेई उत्तर प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष थे। उनके नेतृत्व में ही पार्टी ने यूपी में शानदार प्रदर्शन किया था। हालांकि, लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद उनका उत्तर प्रदेश भाजपा में अध्यक्ष पद का कार्यकाल खत्म हो गया था।
लक्ष्मीकांत वाजपेई को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जगह देने की चर्चा जोरों पर थी, लेकिन बेहद चौंकाने वाले घटनाक्रम के तहत लक्ष्मीकांत वाजपेई को संगठन और सरकार से दरकिनार किया गया था। इसके बाद 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में वह अपनी परंपरागत मेरठ सदर सीट भी दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से हार गए थे। करीब 3 वर्षों से लक्ष्मीकांत वाजपेई सक्रिय राजनीति से दूरी बनाकर रह रहे थे। अब शनिवार को एक बार फिर भाजपा नेतृत्व ने उन पर विश्वास जताया और मोदी कैबिनेट ने उन्हें मध्य प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त करने की सिफारिश राष्ट्रपति से की।
राष्ट्रपति ने उन्हें मध्य प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त कर दिया है। आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी का टंडन लंबी बीमारी के कारण पिछले दिनों देहांत हो गया था। उसके बाद उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को वहां का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया था। अब मध्य प्रदेश में नियमित गवर्नर की नियुक्ति करते हुए लक्ष्मीकांत वाजपेई को मौका दिया गया है। लक्ष्मीकांत वाजपेई की इस नियुक्ति से उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के तमाम पदाधिकारियों ने खुशी जाहिर की है। दरअसल, लक्ष्मीकांत वाजपेई यूपी भाजपा के लोकप्रिय अध्यक्ष रहे। उन्हें साफगोई, कड़क मिजाज और इमानदार नेता के रूप में जाना जाता है।