ग्रेटर नोएडा वेस्ट की कई सोसायटियों में बिजली गुल, डीजल जेनरेटर नहीं चले, लोग हुए परेशान

Google Image | ग्रेटर नोएडा वेस्ट की कई सोसायटियों में बिजली गुल



पूरे दिल्ली-एनसीआर में ईपीसीए के आदेश के बाद गुरूवार से डीजल जेनरेटर चलाने पर पाबंदी लगा दी है। गुरुवार को डीजी सेट बंद होने से बाद ग्रेटर नोएडा वेस्ट में ग्रुप हाउसिंग सोसायटियों में रहने वाले लोगों की समस्या बढ़ गई। गुरूवार को ग्रेनो वेस्ट की कई सोसायटियों में 20 से 30 मिनट के लिए लाइट की कटौती हुई। ऐसे में पावर बैकअप न होने से घरों में अंधेरा रहा। डीजी न चलाने पर लिफ्ट रुक गईं। लोगों ने बिल्डर प्रबंधन से फाल्ट के लिए पूछा। पता लगा कि एनपीसीएल की तरफ यह कटौती की गई है। जिसके बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर भी इस इस बात को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है।

गुरुवार को ग्रेनो वेस्ट की कई सोसायटियों में 20 से 30 मिनट के लिए लाइट की कटौती हुई। ऐसे में ग्रेनो वेस्ट की सुपरटेक इकोविलेज-3, स्प्रिंग मीडोज, अरिहंत अम्बर सोसायटी और अन्य सोसायटी में सुबह करीब 8 बजे बिजली गुल हुई। ऐसे में लाइट न होने से कई जगह पर डीजी नहीं चले। जिसके चलते घरों में लाइट नही पहुंची। साथ ही लिफ्ट भी बंद रही। लेकिन कुछ समय की देरी के बाद बिजली आ गई। 

अरिहंत अम्बर के निवासी अमित गुप्ता ने बताया कि सुबह 20 से 30 मिनट के लिए लाइट जाने पर सभी चीजों को बंद कर दिया गया। ऐसे में सुबह के समय लिफ्ट बंद होने पर ऑफिस वाले लोगों की परेशानी बढ़ गई। साथ ही कई लोगों की मीटिंग और क्लास भी देरी से शुरू हो पाई। एनपीसीएल शिकायत करने के बाद लाइट आ गई। इकोविलेज-3 के निवासी मृत्युंजय झा ने बताया कि सुबह के समय 10 से 15 मिनट के लिए बिजली का कट लगा था। जिसके चलते कुछ दिक्कत हुई। ऐसे में एनपीसीएल को भी शिकायत की गई है। अगर आगे भी ऐसे चलता रहा। तो दिक्कत संभव है। इसके लिए इंतेजाम करने की जरुरत है।

इमरजेंसी और लिफ्ट के लिए चलाया जा सकता है डीजल जनरेटर सेट

यूपीपीसीबी की क्षेत्रीय अधिकारी डॉ.अर्चना द्विवेदी ने बताया कि सोसायटियों में इमरजेंसी सर्विस के लिए डीजी सेट चला सकते हैं। इसमें लिफ्ट को शामिल किया गया है और कोई सर्विस शामिल नहीं की गई है। साथ ही बिल्डर प्रबंधन को लोगों की समस्या को देखते हुए पावर बैकअप के लिए दूसरे विकल्प देखने के लिए निर्देशित भी किया गया है। जिससे लोगों को किसी भी प्रकार की समस्या न हो सके। साथ ही एनपीसीएल को पत्र लिखा जा रहा है।

अन्य खबरें