Google Image | गलवान घाटी में शहीद कर्नल संतोष बाबू की पत्नी तेलंगाना में डिप्टी कलेक्टर बनीं, खुद सीएम ने सौंपा नियुक्ति पत्र
पूर्वी लदाख की गलवां घाटी में भारत-चीनी सेना के बीच हुए खूनी संघर्ष में कमांडिंग ऑफिसर कर्नल संतोष बाबू समेत 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। कर्नल संतोष बाबू तेलंगाना के निवासी थे। सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कर्नल के परिजनों से मुलाकात करके उन्हें मदद का आश्वाशन दिया था। अब बुधवार को शहीद कर्नल संतोष बाबू की पत्नी से फिर सीएम ने मुलकर की। उन्हें बुधवार को डिप्टी कलेक्टर नियुक्त करने का पत्र सौंपा है। उन्हें शहर में एक आवासीय भूखंड भी आवंटित किया गया है।
बुधवार को तेलंगाना सरकार की ओर से जारी की गई एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘राज्य सरकार ने भारत-चीन सीमा पर शहीद हुए कर्नल संतोष बाबू की पत्नी संतोषी को डिप्टी कलेक्टर नियुक्त किया है।’ विज्ञप्ति में आगे कहा कहा गया है, ‘मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने बुधवार को प्रगति भवन में उन्हें नियुक्ति पत्र सौंपा है।’
विज्ञप्ति के मुताबिक, सीएम चंद्रशेखर राव ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि संतोषी को हैदराबाद और इसके आसपास के इलाकों में ही नियुक्त करें। उन्होंने अपनी सचिव स्मिता सभरवाल को संतोषी की तब तक मदद करने को कहा, जब तक वह पूरा प्रशिक्षण नहीं प्राप्त कर लेती हैं।
राव ने प्रगति भवन में संतोषी के परिवार के 20 सदस्यों के साथ दोपहर का भोजन किया। प्रगति भवन मुख्यमंत्री का अस्थायी कार्यालय-सह-आधिकारिक आवास है। राव ने उन्हें भरोसा दिलाया कि सरकार हमेशा ही कर्नल संतोष बाबू के परिवार के साथ खड़ी रहेगी।
इससे पहले हैदराबाद की जिलाधिकारी स्वेता मोहंती और सत्तारूढ़ दल तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के विधायक जी किशोर कुमार ने संतोषी को पॉश बंजारा हिल में 711 यार्ड वर्ग का भूखंड आवंटन पत्र सौंपा था। संतोषी ने मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी को मदद के लिए धन्यवाद दिया है।
आपको बता दें कि 39 वर्षीय कर्नल संतोष बाबू भारतीय थल सेना के कर्नल थे। वह उन 20 कर्मियों में शामिल थे, जिनकी 15 जून को पूर्वी लद्दाख की गलवां घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प हो गई थी। उस झड़प में कर्नल और उनके 19 साथी शहीद हो गए थे।