Google Image | Greater Noida
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अंतर्गत आने वाले सेक्टर- सेक्टर जू, म्यू, ओमीक्रोन और सिगमा आदि में बनी हुई ग्रीन बेल्ट और 130 मीटर रोड के बीचों-बीच लगे हुए लाखों पेड़ों पर प्राधिकरण के अधिकारियों की लापरवाही के कारण लगी दीमक से पेड़ जड़ से ही नष्ट हो रहे हैं। जिसकी समस्या के समाधान की मांग को लेकर करप्शन फ्री इंडिया संगठन के कार्यकर्ताओं ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ दीपचंद को पत्र सौंपकर कार्यवाही की मांग की।
करप्शन फ्री इंडिया संगठन के संस्थापक चौधरी प्रवीण भारतीय और आलोक नागर ने कहा कि ग्रेटर नोएडा के विभिन्न सेक्टरों में लाखों पेड़ अब से 20 वर्ष पूर्व लगे थे। जिनकी देखरेख का जिम्मा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के कंधों पर है। लेकिन प्राधिकरण के अधिकारियों की लापरवाही और भ्रष्टाचार के कारण लाखों पेड़ दीमक की भेंट चढ़ चुके हैं।
उन्होंने कहा कि एक तरफ तो प्रदेश सरकार और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण हर वर्ष लाखों पौधे रोपित कर विश्व रिकॉर्ड बना रहे हैं। लेकिन 20 वर्ष पूर्व लगे पेड़ों की देखभाल में लापरवाही और भ्रष्टाचार हो रहा है। उन्होंने बताया कि इन्हीं पौधों की रक्षा के लिए (ट्री गार्ड) पौधा रक्षा कवच लगाए गए थे। जिससे पेड़ की रक्षा हो सके। लेकिन उनको सही समय पर नहीं निकालने के कारण यही रक्षा कवच की लोहे की पत्तियां पेड़ों के बीच तना में आ चुकी है। जिसकी वजह से पेड़ कमजोर हो गए हैं। हल्की सी आंधी में ही पेड़ गिर जाते हैं। ट्री गार्ड की वजह से पेड़ों का दम घुट रहा है।
चौधरी प्रवीण भारतीय ने कहा कि जल्द ही इन पेड़ों से ट्री गार्ड एवं दीमक की दवाई लगाकर इन पेड़ों को नहीं बचाया गया, तो करप्शन फ्री इंडिया संगठन के कार्यकर्ता और पर्यावरण प्रेमी प्राधिकरण कार्यालय पर प्रदर्शन करेंगे। जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। इस दौरान संस्थापक सदस्य आलोक नागर, प्रदेश अध्यक्ष बलराज हूण, मास्टर दिनेश नागर, रिंकू भाटी और हबीब सैफी आदि लोग उपस्थित रहे।