Tricity Today | जेवर के स्मार्ट विलेज मिर्जापुर में विधायक ने उखड़वाई सीवर लाइन
जेवर विधानसभा क्षेत्र के 5 गांवों को यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण स्मार्ट विलेज के रूप में विकसित कर रहा है। जेवर से भारतीय जनता पार्टी के विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह की पहल पर गांवों को स्मार्ट विलेज बनाया जा रहा है। विधायक ने बुधवार को मिर्जापुर गांव में डाली जा रही सीवर लाइन उखड़वा दी। दरअसल, विधायक को ग्रामीणों की ओर से शिकायत मिली थी कि सीवर लाइन का निर्माण बेहद घटिया ढंग से किया जा रहा है। ठेकेदार गुणवत्ता का बिल्कुल भी ख्याल नहीं रख रहा है।
जेवर के विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह ने बताया, "मिर्जापुर गांव के ग्रामीणों ने मुझे फोन किया। जानकारी दी कि गांव में सीवर लाइन का निर्माण कर रहा ठेकेदार गुणवत्ता का बिल्कुल भी ख्याल नहीं रख रहा है। पाइपलाइन बेतरतीब ढंग से गलियों में दबाई जा रही हैं। सीवर की पाइप लाइन के नीचे नियम के मुताबिक कंक्रीट का आधार नहीं बनाया गया है। यह पाइपलाइन शुरू होते ही ध्वस्त हो जाएगी।"
विधायक ने बताया, "ग्रामीणों की शिकायत पर मैंने यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को जांच करने का निर्देश दिया। बुधवार की दोपहर अफसरों की टीम गांव में पहुंची। पाइप लाइन के एक हिस्से को उखाड़ कर देखा गया। ग्रामीणों की शिकायत एकदम सही पाई गई। सीवर लाइन के नीचे मानकों के मुताबिक बनने वाला कंक्रीट का स्लैब महज आधा इंच मोटा डाला गया था। पाइप लाइन के दोनों ओर भी फिक्सिंग के लिए कंक्रीट नहीं लगाया गया था। मिट्टी और रोड़े डालकर पाइपलाइन को चलताऊ हालत में दबा दिया गया था। पाइपों के जॉइंट भी आपस में उचित ढंग से नहीं मिलाए जा रहे थे। सीवर लाइन का शुरू होने के तुरंत बाद ध्वस्त होना तय था।"
इस बारे में यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के परियोजना महाप्रबंधक का कहना है कि विधायक के आदेश पर जांच करवाई गई। ग्रामीणों की ओर से दी गई शिकायतें सही पाई गई हैं। ठेकेदार को मिर्जापुर गांव में पूरी पाइपलाइन दोबारा बनाने का आदेश दिया गया है। इस बार प्राधिकरण के इंजीनियर हर वक्त काम की निगरानी करेंगे। ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही भी की जाएगी।
ठाकुर धीरेंद्र सिंह ने कहा कि ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के ठेकेदारों ने पिछली सरकारों के कार्यकाल में इसी तरह सैकड़ों गांवों में सीवर लाइन बनाई हैं। सैकड़ों करोड़ रुपए के बड़े घोटाले को अंजाम दिया गया था। गांव में नामचारे के लिए सीवर लाइन बना दी गई हैं, जो आज तक मुख्य लाइनों से नहीं जुड़ी गई हैं। ज्यादातर सीवर लाइन ध्वस्त हो चुकी हैं। ऐसी खराब व्यवस्था जेवर विधानसभा क्षेत्र के गांव में लागू नहीं होने दी जाएगी। निर्माण कार्यों की निगरानी करने के लिए यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने अपने सुपरवाइजर नियुक्त किए हैं। पूर्व में इस तरह का एक मामला भूनना गांव में सामने आया था। वहां एक सुपरवाइजर पर भी कार्यवाही की गई थी। विधायक का कहना है कि उसके बाद से उन्होंने ग्रामीणों को ठेकेदारों की निगरानी करने के लिए जागरूक किया है।
विधायक का कहना है कि जेवर विधानसभा क्षेत्र के सभी गांवों में ग्रामीणों से अपील की गई है कि यह निर्माण कार्य उन्हीं के पैसे से चल रहे हैं। ठेकेदार सही और पूरा काम कर रहे हैं या नहीं, यह देखना गांव वालों की ही जिम्मेदारी है। अगर कोई ठेकेदार भ्रष्टाचार करता है तो उसके खिलाफ तत्काल जानकारी दी जाए। ऐसे मामलों में कार्रवाई की जाएगी। ठेकेदारों को पूरा काम गुणवत्ता के साथ करना होगा।
विधायक ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। अगर इसके बावजूद भी सरकारी अधिकारी और कर्मचारी किसी स्तर पर भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहे हैं तो उनको भी यह समझ लेना चाहिए कि कार्यवाही होगी। ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। विकास प्राधिकरणों में पिछली सरकारों के दौरान लागू रही भ्रष्टाचार की व्यवस्था को खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्ती की है। अगर अभी भी यह बात कर्मचारियों को समझ नहीं आ रही है तो फिर अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें।