BIG NEWS: जेवर एयरपोर्ट को जमीन देने वाले गांवों में युवाओं के लिए लॉकडाउन में ही खुलेंगे नए रास्ते, जानिए कैसे

Tricity Today | MLA Dhirendra Singh



जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए जमीन देने वाले गांवों में युवकों की नई राहें इसी लॉकडाउन में खुलने वाली है। इसके लिए गुरुवार को जेवर के विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह ने नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (NSDC) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी मनीष कुमार के साथ एक वेब कॉन्फ्रेंसिंग की। इस वेब कॉन्फ्रेंसिंग में सीनियर आईएएस और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट फोरम (NIAF) के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।

विधायक धीरेंद्र सिंह की इस वेब कॉन्फ्रेंसिंग में नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के सीईओ मनीष कुमार, बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी के डायरेक्टर और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट फोरम के ट्रस्टी डॉ हरिवंश चतुर्वेदी केरल की पूर्व गृह सचिव और रिटायर्ड आईएएस डॉक्टर निवेदिता हरण ग्रेटर नोएडा के समाजसेवी आलोक कुमार ने भाग लिया।

युवकों को ऐसे किया जाएगा तैयार
जेवर के विधायक धीरेंद्र सिंह, बिमटेक, शहर की शिक्षण संस्थाओं और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट फोरम के साथ मिलकर युवाओं के लिए एक प्रशिक्षण योजना शुरू करने जा रहे हैं। इस योजना के पहले चरण में जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को जमीन देने वाले गांवों में ऐसे युवकों को चिन्हित किया जाएगा, जो ग्रेजुएट, बीटेक, एमबीए और दूसरी व्यवसायिक डिग्रियां हासिल कर चुके हैं लेकिन किन्ही कारणवश उन्हें रोजगार नहीं मिला है। ऐसे युवकों के लिए मई के दूसरे सप्ताह में नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन वेबीनार शुरू करेगा। वेबीनार के माध्यम से इन युवकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाए जाएंगे।

दूसरे चरण में कम पढ़े-लिखों को मिलेगा प्रशिक्षण
प्रोजेक्ट के दूसरे चरण में इन गांवों के दसवीं और बारहवीं कर चुके युवकों को चुना जाएगा। इन युवकों को सॉफ्ट स्किल और टेक्निकल स्किल देकर इस लायक बनाया जाएगा कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के दायरे में लगने वाले उद्योगों में काम कर सकें। तीसरे चरण में ऐसे युवकों को तैयार किया जाएगा, जो अपने बूते नैनो एंटरप्रेन्योर बनने की इच्छा रखते हैं। इसके लिए गांव में बाकायदा सर्वे होगा। युवकों की इच्छा और उनके काम करने के नजरिए का अध्ययन किया जाएगा। इसके बाद इन युवकों को अपने काम धंधे शुरू करवाए जाएंगे। इसके पीछे कोशिश रहेगी कि युवक खुद अपने पांव पर खड़े हों और साथ ही अपने गांव के दूसरे युवकों को भी छोटे-मोटे काम धंधे दें।

विधायक धीरेंद्र सिंह ने वेबीनार के दौरान कहा, "नोएडा और ग्रेटर नोएडा में औद्योगिक विकास के दौरान स्थानीय युवकों पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया। हम चाहते हैं कि ऐसी स्थिति का दोहराव जेवर एयरपोर्ट के विकास में नहीं होना चाहिए। नोएडा और ग्रेटर नोएडा के स्थानीय निवासियों को इस बात की कसक है कि वह विकास यात्रा में पूर्ण रूप से शामिल नहीं हो सके। यही वजह रही कि बार-बार किसान आंदोलन होते रहे।"

धीरेन्द्र सिंह ने आगे कहा, "हमारा उद्देश्य केवल किसानों को जमीन का मुआवजा देकर उनके हाल पर छोड़ देना नहीं है। एयरपोर्ट को जमीन देने वाले गांवों में युवकों को अगर उनके पांव पर खड़ा कर दिया गया तो वह भी इस विकास यात्रा के हिस्सेदार बन जाएंगे। यह प्रोजेक्ट ग्रामीण युवकों के लिए नए रास्ते खोलेगा।"

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