Jewar Airport : बुधवार को गाड़ा जाएगा विकास की राह में नया मील का पत्थर, बदल जाएगी एनसीआर की सूरत

Tricity Today | Jewar Airport



Noida International Airport : देश के सबसे बड़े जेवर एयरपोर्ट से गौतमबुद्ध नगर ही नहीं एनसीआर और पूरे उत्तर भारत की सूरत बदल जाएगी। एयरपोर्ट की बदौलत यहां अगले एक दशक में करीब 5 लाख करोड़ रुपये का निवेश होगा। यहां एमआरओ, कारगो और वेयर हाउसिंग हब विकसित होंगे। सैकड़ों देसी-विदेशी कंपनियों ने निवेश का खाका खींच लिया है। बुधवार को यमुना प्राधिकरण का दफ्तर एयरपोर्ट निर्माण के करार का गवाह बनेगा। जिसके साथ ही देश के विकास की राह में नया मील का पत्थर गाड़ा जाएगा। करार में ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड एजी के बड़े अधिकारी मलेशिया और स्विटजरलैंड से ऑनलाइन जुड़ेंगे।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर के निर्माण के लिए बुधवार का दिन ऐतिहासिक होगा। इसका निर्माण ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड एजी करेगी। कंपनी ने इसके लिए यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से एसपीवी बनाई है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह और यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ क्रिसटॉप स्केलमन करार पर दस्तखत करेंगे। बुधवार दोपहर एक बजे यमुना प्राधिकरण में दस्तखत किए जाएंगे। इसके लिए प्राधिकरण में तैयारी पूरी हो गई हैं।

यमुना प्राधिकरण के दफ्तर से ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस होगी

कोरोना महामारी के चलते ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस की जाएगी। एयरपोर्ट के नोडल अफसर शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि इस करार में स्विस कंपनी के बड़े अफसर मलेशिया और स्विटरलैंड से ऑनलाइन जुड़ेंगे। प्राधिकरण में करार को लेकर सभी तैयारी पूरी कर ली गई हैं। ऐतिहासिक पल को गवाह बनाने के लिए प्राधिकरण दफ्तर को सजाया जा रहा है।

इसलिए दो बार बढ़ानी पड़ी करार की तारिख

विकासकर्ता कंपनी द्वारा गठित एसपीवी की सिक्योरिटी क्लीयरेंस मिलने के 45 दिन के भीतर कंशेसन एग्रीमेंट होना जरूरी होता है। एसपीवी को सिक्योरिटी क्लीयरेंस गत 18 मई को मिली थी। यानी 2 जुलाई तक एग्रीमेंट होना जरूरी था। कोरोना महामारी के चलते अंतरराष्ट्ररीय उड़ानों पर प्रतिबंध था। इसके चलते 17 अगस्त तक इसकी तिथि बढ़ाई गई थी। हालात सामान्य नहीं होने पर इसकी तिथि फिर 15 अक्टूबर तक की गई। अब 7 अक्टूबर को करार पर दस्तखत होंगे।

नियाल कंपनी में अब चार हिस्सेदार हैं

एयरपोर्ट के लिए बनी सरकारी कंपनी में चार हिस्सेदार हैं। राज्य सरकार और नोएडा प्राधिकरण की 37.5-37.5 प्रतिशत हिस्सेदारी है। ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण की 12.5-12.5 प्रतिशत की हिस्सेदारी है।

अब भारतीय विमानों का मेंटीनेंस भी यहीं होगा

यहां पर एमआरओ ( विमानों का मेंटीनेंस, रिपेयरिंग व ओवरहालिंग) हब विकसित किया जाएगा। साथ ही एयर कारगो व वेयर हाउसिंग हब बनाया जाएगा। इन योजनाओं से ना केवल रोजगार मिलेगा बल्कि करोड़ों रुपये का निवेश आएगा।

फिल्म सिटी और टॉय सिटी बाई जाएंगी

एयरपोर्ट के आने से गौतम बुद्ध नगर जिला ही नहीं बल्कि पूरा एनसीआर इससे लाभान्वित होगा। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में सैकड़ों देसी-विदेशी कंपनियों ने जमीन आवंटन करा लिया है। यहां पर फिल्म सिटी, ट‘वाय सिटी (खिलौना नगरी), मेट्रो कोच बनाने की फैक्ट्री, अपैरल पार्क, हैंडीक्राफ्ट पार्क, एमएसएमई पार्क, मेडिकल डिवाइस पार्क बनेगा।

मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी से बदलेगी तस्वीर

जेवर से दिल्ली और अन्य शहरों के लिए मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी विकसित की जाएगी। मेट्रो, अल्ट्रा पीआरटी, एलिवेटेड रोड, रैपिड रेल समेत कई विकल्पों पर काम चल रहा है। नियाल के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह के मुताबिक, एयरपोर्ट आने से यहां करीब 5 लाख करोड़ रुपये का निवेश होगा।

डीयू के बच्चों ने गमलों में पेंटिंग की

यमुना प्राधिकरण दफ्तर को सजा दिया गया है। गमलों में पेंटिंग बनाने के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय के आर्ट विभाग के विद्यार्थी आए थे। उन्होंने गमलों को सजा दिया। साथ ही पूरे प्राधिकरण दुरुस्त किया गया है। गमलों को बदल दिया गया। व्हाइट वॉश भी कराया गया है। दो प्रवेश द्वार बनाए गए हैं।

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