Google Image | जेवर गैंगरेप
गौतमबुद्ध नगर के जेवर सामूहिक दुष्कर्म मामले में आज (बुधवार) को पीड़ित पक्ष की गवाही नहीं हो सकी है। अब गवाही के लिए 27 नवंबर की तारीख दी गई है। यह मामला अपर जिला एवमं स्तर न्यायाधीश की अदालत में चल रहा है। एडीजे के छुट्टी पर होने के कारण गवाही नहीं हो पाई है। दूसरी और गौतमबुद्ध नगर पुलिस पीड़ित परिवार को पुख्ता सुरक्षा बंदोबस्त के बीच जिला अदालत लेकर पहुंची थी।
मामले में गवाही देने के लिए पीड़ित पक्ष के तीन लोग बुधवार की सुबह ग्रेटर नोएडा में जिला न्यायालय पहुंचे। पुलिस उन्हें सुरक्षा में लेकर आई थी। कोर्ट में पता चला कि न्यायाधीश छुट्टी पर हैं तो सभी लोग वापस लौट गए। पीड़ित परिवार के अधिवक्ता युसूफ सैफी ने बताया कि मई 2017 में जेवर कोतवाली क्षेत्र स्थित स्टेट हाईवे के किनारे चार महिलाओं से सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। विरोध करने पर परिवार के मुखिया की हत्या कर दी गई थी। यह मामला ग्रेटर नोएडा डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में विचाराधीन है। अधिवक्ता ने बताया कि सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के इस मामले के सभी आरोपी गौतमबुद्ध नगर जिला जेल में बंद हैं। उनके खिलाफ लगातार मजबूत पैरवी की जा रही है। केस ट्रायल पर है। अब गवाही का दौर शुरू हो गया है।
आपको बता दें कि 3 अक्टूबर को भी कुछ लोगों ने पीड़ित पक्ष पर गवाही नहीं देने का दबाव बनाया था और घर में घुसकर मारपीट कर दी थी। गौतमबुद्ध नगर पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है। बुधवार को जब पीड़ित पक्ष के लोग गवाही देने पहुंचे तो उनके साथ पुलिस सुरक्षा आई थी। ग्रेटर नोएडा के डीसीपी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि सामूहिक दुष्कर्म का मामला कोर्ट में विचाराधीन है पीड़ित पक्ष की तरफ से सुरक्षा की मांग की गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पीड़ित पक्ष को अदालत में लगने वाली हर तारीख पर सुरक्षा उपलब्ध कराई जाती है।
पलवल शिफ्ट हो गया है परिवार
पीड़ित परिवार हाल ही में जेवर कस्बा छोड़कर पलवल (हरियाणा) में शिफ्ट हो गया है। पुलिस ने बताया कि परिवार कारोबार के संबंध में पलवल शिफ्ट हुआ है। पहले से उनके कुछ रिश्तेदार वहां रहते हैं।