Tricity Today | NP Singh & Narendra Bhushan IAS
डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (DDRWA) के अध्यक्ष एनपी सिंह ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा के लिए बड़ी मांग उठाई है। एनपी सिंह ने शहर के वेंडर्स, सफाई कर्मचारियों, सुरक्षा गार्ड, खाद्य वितरण श्रृंखला में लगे लोगों और मदर डेयरी-सफल की दुकानों पर काम कर रहे लोगों का परीक्षण करवाने की मांग की है। इसके लिए डीडीआरडब्ल्यूए की ओर से बचाव अभियान के जिला प्रभारी नरेंद्र भूषण को पत्र लिखा है।
एनपी सिंह ने कहा, "मैंने एक जरुरी आवश्यकता की ओर ध्यान आकर्षित किया है। ये लोग दैनिक आधार पर कई लोगों के संपर्क में आते हैं और सुपर स्प्रेडर्स होने की संभावना रखते हैं। हमारे जिले में तेजी से मामलों की संख्या बढ़ा सकते हैं। सीईओ नरेंद्र भूषण ने समाचार माध्यमों से कहा था कि इन लोगों की जांच की जाएगी। जिससे हम सभी वास्तव में खुश थे और राहत मिली थी। बताया गया था कि कोरोनोवायरस के लिए विक्रेताओं का परीक्षण करने का फैसला किया है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे वायरस से संक्रमित नहीं हैं। क्योंकि वे नोएडा और ग्रेटर नोएडा में आपूर्ति करने में लगे हुए हैं।"
एनपी सिंह ने कहा, "नरेंद्र भूषण कोविड-19 के खिलाफ चल रहे अभियान के जिला प्रभारी हैं। उन्होंने कहा था कि राज्य सरकार ने उन्हें विक्रेताओं का परीक्षण करने के लिए कहा है, जो लॉकडाउन के बीच आवश्यक सामानों की आपूर्ति कर रहे हैं। यदि राज्य सरकार अन्य लोगों का परीक्षण करने के लिए कहेगी, जो आवश्यक सेवाओं में लगे हुए हैं, तो हम तुरंत आदेशों का पालन करेंगे। उनके परीक्षणों की व्यवस्था भी करेंगे। हमारा उद्देश्य पूरी तरह से फैले वायरस की श्रृंखला को तोड़ना है। यह सारी बातें नरेंद्र ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और गौतमबुद्ध नगर में कोविड -19 के लिए प्रभारी अधिकारी नरेंद्र भूषण ने कही थीं।"
पत्र में एनपी सिंह ने गौतमबुद्ध नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दीपक ओहरी के बयान को भी सम्मिलित किया है। जिसमें सीएमओ ने कहा था, "स्वास्थ्य विभाग के जल्द ही विक्रेताओं का परीक्षण शुरू करने की संभावना है। हम अगले एक या दो दिनों में सभी विक्रेताओं का परीक्षण शुरू कर देंगे। हम परीक्षण कराने की व्यवस्था कर रहे हैं।" एनपी सिंह का कहना है कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण ने दोनों शहरों में आवश्यक सामानों की आपूर्ति करने वाले सभी विक्रेताओं को पंजीकृत किया है। नोएडा में कम से कम 900 विक्रेताओं को और ग्रेटर नोएडा में 700 विक्रेताओं को तालाबंदी के दौरान घरों में सब्जियों, फलों, दवाओं आदि की आपूर्ति करने के लिए अधिकृत किया गया है। अधिकारियों ने कहा कि जिले में 33 हॉट स्पॉट हैं, जहां विक्रेता दरवाजे पर आपूर्ति दे रहे हैं। जबकि अन्य क्षेत्रों में आवश्यक सामान हाउसिंग सोसाइटियों के मेन गेट पर वितरित किए जा रहे हैं।
एनपी सिंह ने कहा, "हम आपके ध्यान में लाना चाहते हैं कि निर्णय वास्तव में अच्छा था, लेकिन इस संबंध में कोई काम नहीं किया गया है। निर्णय के बाद लगभग 43 दिन बीत जाने के बाद भी हम विक्रेताओं के परीक्षण का इंतजार कर रहे हैं। जिले में परीक्षण करने की संख्या भी वास्तव में खराब है। लगभग 47 दिनों की अवधि में करीब 4000 परीक्षण किए गए हैं। साथ ही अब परीक्षण को और भी कम कर दिया गया है, जो प्रति दिन 100 हैं। जो वास्तव में निवासियों के लिए खतरनाक है।" एनपी सिंह ने आगे कहा, "हम प्रशासन के लिए आभारी हैं कि उन्होंने हमें बेहतर सेवा देने के लिए निरंतर प्रयास किए हैं। संक्रमण के मामलों की संख्या कम रखने का अद्भुत काम किया है। लेकिन इन सुपर स्प्रेडरों का परीक्षण नहीं करने से पूरी मेहनत बेकार चली जाएगी। अगर इन 1600 विक्रेताओं में से एक भी व्यक्ति संक्रमित हो जाता है तो हालात का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है।"
एनपी सिंह ने कहा, "अब संक्रमण समुदाय प्रसार चरण में है। हम चाहते हैं कि वेंडरों के साथ-साथ कचरा संग्रहकर्मी, सफाई कर्मचारी, गार्ड आदि, जो हमारे लिए काम कर रहे हैं और इस कठिन समय में हमारी सेवा कर रहे हैं, इन लोगों को भी परीक्षण करने की आवश्यकता है। क्योंकि शुरुआती पहचान पैनाडामिक के नियंत्रण की कुंजी है। इन योद्धाओं की सुरक्षा ही हमारी सुरक्षा है। जो इस कठिन समय में हमारी सेवा कर रहे हैं।"
एनपी सिंह की ओर से इस पत्र की प्रतियां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दीपक ओहरी को भी भेजी गई हैं।