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जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को बिजली आपूर्ति करने वाले पावर स्टेशन की सोमवार को आधारशिला रखी गई है। पावर स्टेशन का निर्माण शुरू कर दिया गया है। यमुना प्राधिकरण के सेक्टर-32 में सोमवार को 220 केवीए क्षमता के बिजलीघर की आधारशिला रखी गई। यह 15 महीने में बनकर तैयार हो जाएगा। इस बिजलीघर से जेवर एयरपोर्ट, औद्योगिक इकाइयों और आसपास के गांवों को बिजली की आपूर्ति की जाएगी। इसी बिजलीघर का शिलान्यास मुख्यमंत्री 6 जून को लखनऊ से किया था।
सोमवार को जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह और यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने सेक्टर 32 में बनने वाले 220 केवी बिजली घर का काम शुरू कराया। अगले 15 माह में यह बनकर तैयार हो जाएगा। इसके लिए प्राधिकरण ने 5 एकड़ निशुल्क जमीन दी है। जबकि इसका निर्माण उत्तर प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कारपोशन लिमिटेड करेगा। इसमें 150 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आएगी। जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने कहा कि इस बिजलीघर के लिए जमीन नहीं मिल रही थी। इस बारे में सीईओ यमुना से बात किया तो उन्होंने निशुल्क जमीन देने की बात कही और आज वह धरातल पर है।
इस मौके पर प्राधिकरण के जीएम प्रोजेक्ट केके सिंह, आशीष सिंह, वीके त्यागी, मेहराम सिंह, राजवीर सिंह, विकास सिंह, आनन्द मोहन, एमएन तिवारी, रिंकू सिंह आदि मौजूद रहे।
इस स्टेशन से एयरपोर्ट को भी मिलेगी बिजली
जेवर एयरपोर्ट के लिए जहांगीरपुर के 756 केवीए बिजलीघर से बिजली लेने की योजना है। लेकिन यहां से भी बिजली ली जाएगी। यह एयरपोर्ट के बिल्कुल नजदीक है। 2023 में एयरपोर्ट को 25 मेगावाट की जरूरत होगी। जबकि 2024-28 तक 70 मेगावाट और 32 से 39 तक 162 मेगावाट बिजली की जरूरत होगी। इतनी बिजली देने में यह बिजलीघर सक्षम होगा।
औद्योगिक इकाइयों को भी मिल सकेगी बिजली
इस बिजलीघर से यमुना प्राधिकरण के औद्योगिक सेक्टरों को भी बिजली मिल सकेगी। प्राधिकरण के सभी सेक्टरों की इकाइया शुरू हो जाएंगी तो यहां पर 192 मेगावाट बिजली की जरूरत होगी।
इलाके के दर्जनों गांवों की समस्या दूर होगी
इस बिजलीघर के बन जाने से इस इलाके के गांवों की बिजली समस्या दूर होगी। जेवर विधायक ने गांवों की समस्या को दूर करने के लिए यह बिजलीघर बनवाया है।