Google Image | प्रतीकात्मक फोटो
चाहे कुछ कर लीजिए, गौतमबुद्ध नगर का स्वास्थ्य विभाग सुधरने को तैयार नहीं है। कोरोना महामारी के दौरान सबसे ज्यादा परेशानी गर्भवती महिलाओं को झेलनी पड़ रही है। अब ग्रेटर नोएडा के जेवर कस्बे की एक महिला को परेशानी उठानी पड़ी है। महिला शनिवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर परिजनों के साथ डिलीवरी कराने आई थी। अस्पताल में चिकित्सक ने महिला मे खून की कमी बताकर बिना डिलीवरी करे बैरंग लौटा दिया। चिकित्सक की हरकत से परिजनों में रोष है।
मिली जानकारी के मुताबिक मोहल्ला काजीवाड़ा निवासी सरफराज खां शनिवार को अपनी पत्नी नगीना बेगम को डिलीवरी करवाने जेवर के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर गए थे। सरफराज खान का कहना है कि चिकित्सक ने महिला के खून की प्राईवेट लैब से जांच कराई। रिपोर्ट में खून की कमी बताई गई है। उन्होंने रिपोर्ट देखकर चिकित्सकों को डिलीवरी नहीं करने का आदेश दे दिया। सरफराज का कहना है कि हम गरीब और मजदूर किस्म के लोग हैं। हमने चिकित्सक से काफी मान मनोवल की। मगर किसी ने हमारी बात नहीं सुनी। सभी लोग अपने स्टाफ के साथ अपने काम में लगे रहे।
इसके बाद महिला को प्राइवेट अस्पताल लेकर पहुंचे परिजन
सरफराज ने बताया कि सरकारी अस्पताल से इंकार होने के बाद वह अपनी पत्नी को परिजन कस्बे में एक प्राइवेट अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां महिला चिकित्सक ने सामान्य डिलीवरी करने का आश्वासन दिया है। नगीना बेगम चौथे बच्चे की मां बनने वाली हैं। सरकारी अस्पताल में सरकारी सुविधा नहीं मिलने से परिजन बेहद परेशान हैं। इस मामले मे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जेवर के प्रभारी पवन कुमार से फोन पर वार्ता करने का प्रयास किया तो उन्होने कोई संतोषजनक जबाब नहीं दिया और फार्मासिस्ट से मिलने की बात कहकर फोन काट दिया।
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