Tricity Today | Aditi Singh with Rahul Gandhi
उत्तर प्रदेश के रायबरेली से विधायक अदिति सिंह ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस की ओर से उत्तर प्रदेश सरकार को 1000 बसें देने के मुद्दे पर पिछले एक सप्ताह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी के बीच घमासान चल रहा है। इस मसले पर बुधवार की दोपहर अदिति सिंह ने ट्वीट किया और कांग्रेस की आलोचना की है। अदिति सिंह राहुल गांधी को अपना भाई कहती हैं।
आदित्य सिंह ने प्रियंका गांधी और कांग्रेस की आलोचना करने के लिए बुधवार की दोपहर 2 ट्वीट किए हैं। जिनमें उन्होंने लिखा है, "आपदा के वक्त ऐसी निम्न सियासत की क्या जरूरत, एक हजार बसों की सूची भेजी, उसमें भी आधी से ज्यादा बसों का फर्जीवाड़ा, 297 कबाड़ बसें, 98 आटो रिक्शा व एबुंलेंस जैसी गाड़ियां, 68 वाहन बिना कागजात के, ये कैसा क्रूर मजाक है, अगर बसें थीं तो राजस्थान, पंजाब, महाराष्ट्र में क्यूं नहीं लगाई।" आदित्य सिंह ने दूसरा ट्वीट भी किया और उसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए लिखा, "कोटा में जब UP के हजारों बच्चे फंसे थे तब कहां थीं ये तथाकथित बसें, तब कांग्रेस सरकार इन बच्चों को घर तक तो छोड़िए, बार्डर तक ना छोड़ पाई, तब योगी आदित्यनाथ जी ने रातों रात बसें लगाकर इन बच्चों को घर पहुंचाया, खुद राजस्थान के सीएम ने भी इसकी तारीफ की थी।"
अदिति सिंह उत्तर प्रदेश की 17वीं विधानसभा में सबसे युवा विधायकों में से एक हैं। अदिति सिंह के पिता अखिलेश प्रताप सिंह कांग्रेस के पुराने नेता थे। पिछले साल 20 अगस्त 2019 को उनकी मृत्यु हो गई थी। अखिलेश प्रताप सिंह कैंसर से पीड़ित थे। 2017 में उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था तो अदिति सिंह ने कांग्रेस के टिकट पर अपने पिता की सीट से चुनाव लड़ा था। वह जीतकर विधानसभा पहुंची थीं।
पिछले एक वर्ष के दौरान ऐसे कई अवसर देखने को मिले हैं, जब अदिति सिंह ने पार्टी लाइन से हटकर बयान दिए हैं। वह विभिन्न मुद्दों पर लगातार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीख करती हैं। हालांकि, आदित्य सिंह के कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से घनिष्ठ रिश्ते हैं। अदिति सिंह और राहुल गांधी एक-दूसरे को भाई-बहन मानते हैं।