Google Image | राजीव त्यागी और उनकी पत्नी
बुधवार को आज तक न्यूज़ चैनल पर बहस के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव त्यागी को हृदयाघात आया था। जिसके चलते उनकी मौत हो गई। इस मामले में गुरुवार को राजीव त्यागी की पत्नी संगीता त्यागी ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। संगीता त्यागी ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस के महासचिव वीरेंद्र सिंह गुड्डू से हुई बातचीत में बताया कि राजीव त्यागी ने उनसे आखरी वाक्य बोला था, "इन लोगों ने मुझे मार दिया।" दरअसल, आज तक पर बहस के दौरान भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने बेहद आपत्तिजनक शब्दों के साथ राजीव त्यागी पर टीका टिप्पणी की थी।
वीरेंद्र सिंह गुड्डू ने कहा, "मैंने कांग्रेस के दिवंगत राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव त्यागी जी की पत्नी संगीता त्यागी को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का शोक संदेश दिया है। संगीत त्यागी ने वार्ता के दौरान गंभीर आरोप बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा और आज तक चैनल पर लगाए हैं। उन्होंने कहा कि राजीव त्यागी ने मरने से पहले कहा कि मेरी इन लोगों ने मुझे मार दिया। पात्रा ने जयचंद और नकली हिंदू जैसे शब्दों का प्रयोग राजीव त्यागी के लिए किया। जिससे उनको बहुत आघात पहुंचा। जिसके कारण उनको हार्ट अटैक आ गया और उनकी मृत्यु हो गई। साथ ही संगीता त्यागी ने इन चैनल्स पर होने वाली हिंदू-मुस्लिम भड़काऊ डिबेट के लिए अपील की है कि ऐसी डिबेट बंद होनी चाहिएं।"
संगीता त्यागी ने कहा, "आज सच्चाई यही है कि चैनल्स देश में हिंदू-मुस्लिम कर करके देश को विभाजित करने का कार्य कर रहे हैं। इन पर तुरंत लगाम लगनी चाहिए। आप सब लोगों से भी मैं अपील करती हूं कि ऐसे घटिया प्रोग्राम और चैनल्स को देखना बंद कर दें।"
संगीता तिवारी ने कहा, "जब आज तक पर डिबेट चल रही थी तो मैं बराबर वाले कमरे में पूरी डिबेट सुन रही थी। संबित पात्रा बेहद उग्र, असंवैधानिक और अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे। उन्होंने मेरे पति को नकली हिंदू कहा। उनके माथे पर लगे टीके को लेकर भी अभद्र टिप्पणी की। कल भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी थी। जिसके मद्देनजर उन्होंने पूजा-पाठ करने के बाद टीका लगाया था। संबित पात्रा ने इस पर भी गंदी भाषा का इस्तेमाल किया। एक बार नहीं 5 बार राजीव त्यागी को जयचंद कहकर पुकारा। यह बात उन्हें बहुत बुरी लगी थी।"
संगीता त्यागी बताती हैं, "जब संबित पात्रा बदतमीजी से और बहुत ऊंची आवाज में बात कर रहा था तो मैंने उन्हें व्हाट्सएप पर मैसेज किया था। मैंने मैसेज में लिखा था कि आप बहादुरी के साथ जवाब दीजिए। संबित पात्रा हमेशा गैर मर्यादित भाषा का इस्तेमाल करते रहे हैं। हमें पता है इस मामले में सरकार की ओर से कुछ नहीं किया जाएगा, लेकिन मेरा एक ही मानना है कि इस तरह की बहस और न्यूज़ चैनल पर कार्रवाई होनी चाहिए।"
संगीता त्यागी आगे सवाल खड़ा करती हैं कि संबित पात्रा और उनकी पार्टी क्या हिंदुत्व, हिंदुओं और भारतीय संस्कृति के ठेकेदार हैं। हम संबित पात्रा और भारतीय जनता पार्टी के किसी भी नेता से कमतर हिंदू नहीं हैं। उनसे श्रेष्ठ हिंदू हैं। हम अपने घरों में राम, कृष्ण, शक्ति और दुर्गा की पूजा करते हैं। रोज सुबह दिन की शुरुआत पूजा पाठ के साथ होती है। लेकिन इसके लिए हम ढिंढोरा पीटते हुए नहीं फिरते हैं। अगर संबित पात्रा इतने बड़े हिंदूवादी नेता होते तो जगन्नाथपुरी जैसे धार्मिक क्षेत्र से चुनाव हार कर दिल्ली वापस ना आते। संगीता आगे कहती हैं कि जो व्यक्ति अपनी वाणी पर संयम नहीं रख सकता, वह हिंदू नहीं हो सकता। मैं तो ऐसे व्यक्ति को देखकर ही आश्चर्य में हूं कि यह डॉक्टर कैसे हो सकता है। डॉक्टर तो बेहद शालीन और विनम्र होते हैं।"