Google Image | Sri Sri Ravi Shankar
योग गुरु बाबा रामदेव के बाद अब आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर ने यमुना सिटी का रुख किया है। उनकी संस्था आर्ट ऑफ लिविंग (Art of Living) ने यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Yamuna Authority) से 25 एकड़ जमीन मांगी है। संस्था ने आवेदन के साथ प्लॉट की कुल कीमत की 10 फीसदी रकम बतौर पंजीकरण राशि जमा कर दी है। संस्था ने आश्रम और बारहवीं तक का स्कूल बनाने के लिए यह जमीन मांगी है। संस्था 15 एकड़ जमीन पर आश्रम और 10 एकड़ जमीन पर शिक्षण संस्था खोलना चाहती है।
प्राधिकरण के जिम्मेदार अधिकारीयों ने बताया कि आर्ट ऑफ़ लिविंग को दिया जाने वाला एक प्लॉट 15 एकड़ का होगा। इस पर आश्रम बनाया जाएगा। दूसरा प्लॉट 10 एकड़ का होगा। जिसमें विद्यालय बनेगा। इस स्कूल में छात्रों को 12वीं तक की शिक्षा दी जाएगी। संस्था ने आवेदन के साथ प्लॉट की कुल कीमत की 10 फीसदी रकम बतौर पंजीकरण राशि जमा करवा दी है। यमुना प्राधिकरण अगले सप्ताह संस्था को जमीन आवंटित करने को तैयारी में है। सेक्टर-20 में यह जमीन आवंटित की जाएगी।
कैंट आरओ का भी स्कूल खुलेगा
इसके अलावा केंट आरओ बनाने वाली कंपनी ने भी शिक्षण संस्थान खोलने के लिए 10 एकड़ जमीन के लिए आवेदन कर दिया है। 10 फीसदी पंजीकरण राशि भी जमा कर दी है। इसे भी सेक्टर-20 में 10 एकड़ जमीन आवंटित की जाएगी। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह ने कहा कि इन संस्थाओं की तरफ से प्रस्ताव आया है। इन आवेदनों पर अगले हफ्ते निर्णय लिया जाएगा।
बाबा रामदेव का पतंजलि बना रहा है मेगा फ़ूड पार्क
बाबा रामदेव की अगुवाई वाली कम्पनी पतंजलि यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे एक मेगा फूड पार्क स्थापित करने के लिए 6,000 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है। राज्य सरकार ने पतंजलि आयुर्वेद को सब्सिडी दी थी। कम्पनी ने आवंटित की गई 455 एकड़ जमीन में से 9 एकड़ फूड पार्क स्थापित करने के लिए अपनी सहायक कंपनी को हस्तांतरित कर दी थी। उत्तर प्रदेश सरकार सहायक कम्पनी पतंजलि फूड और हर्बल पार्क को भी सब्सिडी दे रही है। पतंजलि यहां एक यूनिवर्सिटी भी बनाएगी। पिछली अखिलेश यादव सरकार ने इस प्रोजेक्ट के लिए बाबा रामदेव को जमीन आवंटित की थी।