Google Image | सुब्रमण्यम स्वामी
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में पिछले दो दिनों के दौरान एक बार फिर तेजी आई है। सुशांत के पिता केके सिंह की ओर से पटना में एफआईआर दर्ज करवाने के बाद बिहार पुलिस मुंबई में है। दूसरी ओर गुरुवार को देश के जाने-माने वकील और पूर्व लॉ मिनिस्टर सुब्रमण्यम स्वामी ने एक सनसनीखेज दावा किया है। सुब्रमण्यम स्वामी ने सीधे तौर पर कहा है कि सुशांत सिंह राजपूत की हत्या की गई है। इस दावे को साबित करने के लिए उन्होंने 25 बिंदुओं की एक चेक लिस्ट ट्वीट की है। जिसमें 23 बिंदु हत्या से जुड़े हैं और केवल 2 बिंदु ऐसे हैं, जो आत्महत्या का समर्थन कर रहे हैं।
देश के पूर्व लॉ मिनिस्टर सुब्रमण्यम स्वामी ने गुरुवार की दोपहर एक ट्वीट किया है। जिसमें उन्होंने लिखा है, "क्यों मुझे लगता है कि सुशांत सिंह राजपूत की हत्या कर दी गई।" इस कथन के पक्ष में उन्होंने ट्वीट में एक फोटो अटैच किया है। इस फोटो में 25 पॉइंट हैं। यह दस्तावेज क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन से जुड़ी प्रक्रिया का प्रतीत हो रहा है। अकसर ऐसी चेक लिस्ट का उपयोग क्रिमिनल लॉयर और पुलिस के जांच अधिकारी करते हैं। इस कागज में 25 बिंदु हैं, जिनके सामने हत्या और आत्महत्या की ओर इशारा करने की वजह लिखी गई हैं। इन 25 बिंदुओं में से 23 बिंदु ऐसे हैं, जो हत्या के पक्ष में जाते हैं। केवल 2 बिंदु ऐसे हैं, जो आत्महत्या का समर्थन कर रहे हैं। हरेक पॉइंट के आगे टिप्पणियां भी लिखी गई हैं।
यह दस्तावेज किसी ने सुब्रमण्यम स्वामी को मेल के जरिए भेजा होगा। दरअसल, प्रिंटआउट के नीचे मेल का यूआरएल छपा हुआ है। दस्तावेज के टॉप पर गुरुवार की तारीख यानी 30 जुलाई छपी हुई है। मतलब यह है कि सुब्रमण्यम स्वामी ने इस दस्तावेज को कहीं से हासिल किया है। संभावना यह भी जताई जा रही है कि इस पूरे मामले की जांच-पड़ताल कर रहे पुलिस अफसरों में से ही किसी ने यह डॉक्यूमेंट सुब्रमण्यम स्वामी को भेजा होगा।
दूसरी ओर सुशांत सिंह राजपूत से जुड़े मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग बहुजन समाज पार्टी की मुखिया और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी कर दी है। मायावती ने गुरुवार की सुबह 2 ट्वीट किए हैं जिनमें उन्होंने लिखा है, "बिहार मूल के युवा बालीवुड अभिनेता सुशान्त सिंह राजपूत की मौत का मामला रोज नए तथ्यों के उजागर होने व उनके पिता द्वारा पटना पुलिस में एफआईआर दर्ज कराने से लगातार गहराता जा रहा है। अब मामले की जांच महाराष्ट्र व बिहार पुलिस द्वारा होने से बेहतर है कि प्रकरण की जांच सीबीआई ही करे।"
बसपा सुप्रीमो मायावती ने दूसरी ट्वीट में लिखा है, "साथ ही, सुशान्त राजपूत प्रकरण में महाराष्ट्र व बिहार के काग्रेंसी नेताओं के अलग-अलग रवैये से ऐसे लगता है कि इनका असल मकसद इस प्रकारण की आड़ में पहले अपने राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति करना है तथा पीड़ित परिवार को न्याय दिलाना बाद में, जो कतई उचित नहीं। महाराष्ट्र सरकार गंभीर हो।" वहीं, आपको बता दें कि गुरुवार को महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने इस मामले की सीबीआई से जांच करवाने के सवाल पर साफ इनकार कर दिया है। अनिल देशमुख ने कहा है कि मुंबई पुलिस ठीक जांच कर रही है। लिहाजा, इस मामले को सीबीआई भेजने का कोई सवाल ही नहीं उठता है। सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई एक जनहित याचिका को भी खारिज कर दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि मामले की जांच सीबीआई से करवाने का कोई औचित्य नहीं है।