Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
ग्रेटर नोएडा के क्वॉरेंटाइन सेंटर में एक बार फिर अव्यवस्था का मामला सामने आया है। यहां से कोरोनावायरस का संदिग्ध संक्रमित मरीज स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और अधिकारियों को गच्चा देकर भाग गया। पहले तो स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी खुद उसे तलाश करते रहे। जब वह नहीं मिला तो पुलिस को इत्तला दी गई। पुलिस को पता चला कि युवक यमुना एक्सप्रेस वे के रास्ते फरार होने की कोशिश कर रहा है। इसके बाद पुलिस ने उसे कई किलोमीटर पीछा कर पकड़ा और दोबारा क्वॉरेंटाइन सेंटर में भर्ती कर दिया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक रविवार को कोरोना से संक्रमित एक संदिग्ध मरीज स्वास्थ्य विभाग को चकमा देकर क्वारंटाइन सेंटर से भाग गया। पहले आधा घण्टा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उसे तलाश करते रहे। वह नहीं मिला। बताया गया है कि युवक रेलवे स्टेशन पहुंचने की कोशिश कर रहा था। वह ट्रेन में बैठकर झारखंड जाना चाहता था। इसी कारण क्वारन्टीन सेंटर से भागा था। सूचना के बाद मौके पर पुलिस पहुंची। पुलिस ने यमुना एक्सप्रेस वे पर उसका पीछा किया। युवक पुलिस को गच्चा देकर इधर-उधर छिप रहा था।
युवक को आगे-आगे भागता देखकर बाइक पर जा रहे एक युवक ने पुलिस को उसके बारे में जानकारी दी। इसके बाद युवक वापस फरार हो रहे मरीज के पीछे बाइक लेकर दौड़ा और उसे पकड़ लिया। उसे पुलिस के हवाले कर दिया। दनकौर कोतवाली में पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग की ओर से मिली शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की है। युवक पर लॉकडाउन तोड़ने, कोरोनावायरस का प्रसार करने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि युवक मूल रूप से झारखंड का निवासी है। उसे कोरोना का संदिग्ध संक्रमित मानते हुए 22 मई को गलगोटिया यूनिवर्सिटी के क्वारन्टीन सेंटर में भर्ती किया गया था। इसी बीच युवक को झारखंड जाने वाली रेलगाड़ी की सूचना मिली। युवक ने अपने घर जाने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर दिया। रेलगाड़ी रविवार को झारखंड जानी थी। इसलिए युवक स्वास्थ्य विभाग की टीम और सुरक्षाकर्मियों को चकमा देकर क्वारन्टीन सेंटर से भाग निकला। इसकी जानकारी जब स्वास्थ्य विभाग को हुई तो एक किमी तक युवक का पीछा करते हुए यमुना एक्सप्रेस वे पर पहुंचे।
इसी बीच पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। युवक सभी को चकमा देकर भागता रहा। बाद में ग्रेटर नोएडा के सेक्टर डेल्टा दो के निवासी एक राहगीर ने यमुना एक्सप्रेस वे से युवक को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। युवक का कहना है कि वह ग्रेटर नोएडा में जिस स्थान पर रहता था, वहां एक युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। जिसके बाद उसे भी क्वारन्टीन सेंटर में भर्ती कर दिया गया है। मगर अब तक उसकी जांच नहीं की गई है। उसका कहना है कि झारखंड में उसकी पत्नी और बच्चे अकेले हैं। वह उन्हीं के पास जाना चाह रहा था।
इस बारे में ग्रेटर नोएडा के पुलिस उपायुक्त राजेश कुमार सिंह ने कहा, क्वारंटाइन सेंटर से भागे युवक को हिरासत में लेकर दोबारा क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती कर दिया गया है। आरोपित के खिलाफ दनकौर कोतवाली में महामारी अधिनियम समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।