Tricity Today | Doctors are helping in getting upset with Corona
कोरोना मरीजों और लॉकडाउन में घर पर रह रहे लोगों की मानिसक परेशानी को गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय ने दूर करने की पहल की है। घर बैठे इस परेशानी को दूर करने के लिए टेली मेडिसिन सेवा शुरू कर दी गई है। इसके लिए डॉक्टरों के मोबाइल नंबर जारी किए गए हैं। तीन दिन में 30 से अधिक लोगों ने इस सेवा का लाभ लिया है। सबसे अधिक समस्या नींद नहीं आने की है। जीबीयू के 12 मनोचिकित्सकों ने इन लोगों को उपाय बताए हैं।
कोरोना वायरस से जूझ रहे लोगों की मानसिक उलझन को दूर करने के लिए गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय (GBU) के डिपार्टमेंट ऑफ़ साइकॉलोजी एंड मेंटल हेल्थ ने टेली मेडिसिन सेवा शुरू की है। हर दिन के लिए अलग-अलग नंबर जारी किए गए हैं। डिपार्टमेंट ऑफ़ साइकॉलोजी एंड मेंटल हेल्थ के एचओडी डॉ. आनंद प्रताप सिंह ने बताया कि कोरोना के संदिग्ध मरीजों को क्वारंटाइन किया जा रहा है। लोग हफ्तों से अपने घर में बन्द हैं। ऐसे में उनकी मानसिक परेशानी बढ़ी है। इस समस्या को दूर करने के लिए यह सुविधा शुरू की गई है। इसका लोग लाभ लेने लगे हैं।
युवा महिलाओं को सबसे ज्यादा दिक्कत आ रही है
डॉ. आनन्द सिंह ने बताया कि तीन दिनों में 30 से अधिक लोगों के फोन आ चुके हैं। मानसिक रूप से परेशान होने वालों में 35 से 60 वर्ष आयु वर्ग के लोग अधिक है। 35 से 40 आयु वर्ग की महिलाएं अधिक परेशान हैं। अधिकतर की समस्या नींद ना आने की है। चिड़चिड़ापन बढ़ रहा है। सिरदर्द की भी शिकायत आई है। फोन पर ऐसे लोगों की समस्याओं का निवारण किया गया। उन्हें बताया गया कि किस तरह से आप अपने को फिट रख सकते हैं।
इन कारणों से समस्याएं बढ़ रही हैं
डॉ. आनन्द सिंह ने बताया कि क्वारंटाइन होने पर अकेले रहना पड़ता है। लॉकडाउन में लोग घरों पर रह रहे हैं। अब उनके पास कोई काम नहीं है। मानसिक और शारीरिक गतिविधि एकदम रुक गई है। लोगों को रूटीन बिगड़ गया है। अपने मन के हिसाब से सुबह उठ रहे हैं। सुबह का व्यायाम, टहलना आदि बंद है। इसके चलते लोगों को दिक्कत आ रही है। समय पर लोग सोते नहीं है। ऐसे में उनका स्लीप साइकल बदल गया है।
सिरदर्द होने की वजह ये हैं
जीबीयू के पास नोएडा, ग्रेटर नोएडा के अलावा गाजियाबाद के लोगों ने भी फोन करके अपनी समस्या बताई हैं। इस समय लोगों को शराब नहीं मिल रही है। एल्कोहल नहीं मिलने से सबसे अधिक सिरदर्द की समस्या बताई हैं। डॉ. सिंह ने बताया कि लोगों को इसके बदले दूसरे पेय पदार्थ रखने चाहिएं। जैसे शिकंजी, नींबू पानी, जूस आदि का इस्तेमाल करें। इससे राहत मिल सकती है।
आज कल के माहौल में तनाव, मनोदशा में उतार चढ़ाव, नींद से जुड़ी समस्याओं, पारस्परिक संबंधों में तनाव, विचारों और कार्यों का अनचाहे रूप से दोहराना, ध्यान केंद्रित करने में समस्या, पोस्ट ट्रॉमा से जुड़ा तनाव, व्यथा, आकस्मिक चिंता, अवसाद, अकारण भय आदि की समस्या होने का खतरा रहता है।
परेशानी आने पर डॉक्टर से लें सलाह
डॉ. आनंद प्रताप सिंह ने बताया कि किसी तरह की मानसिक दिक्कत होने पर डॉक्टर से सलाह लें। घर पर फर्स्ट एड जरूर रखें। डॉक्टर की सलाह के अनुसार, सिरदर्द, बुखार, बदन दर्द आदि की दवाएं रखें। डॉक्टर के अनुसार इनका सेवन करें। जिस समय मानसिक परेशानी हो तो उस समय परिवार के साथ समय बिताएं, उसने बातें करें, उनके साथ बैठकर टीवी देखें। इन छोटे-छोटे उपायों से समस्या दूर होगी।
कोरोना मरीजों, क्वारंटाइन लोगों सहित सभी लोगों के लिए मानसिक समस्या दूर करने के लिए नंबर जारी किए गए हैं। इन नंबरों पर फोन करके लाभ लिया जा सकता है। अगर किसी को आमने-सामने बैठकर समस्या का समाधान कराना है तो प्रशासन से अनुमति लेकर विश्वविद्यालय आ सकता है।
-डॉ. आनंद प्रताप सिंह, एचओडी डिपार्टमेंट ऑफ़ साइकॉलोजी एंड मेंटल हेल्थ जीबीयू
किस चिकित्सक से किस दिन करें फोन
मनो चिकित्सक मोबाइल नंबर दिन