Greater Noida West: फीस जमा नहीं करने पर बच्चे की क्लास रोकी, पिता से बोले प्रिंसिपल- जाओ डीएम से करवा लो क्लास

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो



ग्रेटर नोएडा वेस्ट के साल्वेशन ट्री स्कूल ने एक बच्चे की वीडियो क्लासेज रोक दीं। लॉकडाउन के कारण बच्चे के पिता का कारोबार ठप पड़ा है। उन्होंने स्कूल के एडमिन हेड से गुजारिश की थी कि एक सप्ताह बाद फीस जमा कर देंगे। इसके बावजूद स्कूल में बच्चे की क्लास रोक दीं तो अभिभावक ने शिकायत करने के लिए प्रिंसिपल को फोन किया। जिस पर प्रिंसिपल ने अभिभावक से कहा, आप जाइए डीएम से ही क्लास करवा लीजिए।

ग्रेटर नोएडा वेस्ट में एक अभिभावक पर फीस के लिए दबाव बनाने का मामला चर्चा में है। अभिभावक प्रिंस त्यागी ने स्कूल को सूचित किया कि लॉकडाउन के कारण उनकी आय प्रभावित हुई है। जिसके कारण वह अभी शुल्क जमा करने की स्थिति में नहीं हैं। स्कूल से एक सप्ताह समय और देने का अनुरोध किया। 

दुर्भाग्य से स्कूल ने अभिभावक के प्रति कोई सहानुभूति नहीं दिखाई और बच्चे को ऑनलाइन कक्षा से हटा दिया। जब प्रिंस त्यागी ने इस पर प्रिंसिपल को फोन किया तो उन्होंने उसे पहले फीस जमा करने के लिए कहा। त्यागी ने आगे कहा कि यह डीएम के आदेशों के खिलाफ है। प्रिंसिपल ने कहा कि फिर डीएम को ऑनलाइन क्लास लेने दो। यह कॉल रिकॉर्डिंग ट्विटर पर भी अपलोड है। तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर यह ऑडियो तेजी से वायरल हो रहा है।

प्रिंस त्यागी का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने आदेश दिया है कि किसी भी बच्चे को ऑनलाइन क्लासेज से वंचित नहीं किया जा सकता है। इसके बावजूद मेरे बेटे को ऑनलाइन क्लासेज से हटा दिया गया। मैंने एक दिन पहले ही स्कूल के एडमिन हेड से गुजारिश की थी कि एक सप्ताह में फीस जमा कर दी जाएगी। जब मैंने स्कूल प्रिंसिपल से शिकायत की तो उन्होंने सीधे कह दिया कि आप जो नियम बता रहे हैं, उसके हिसाब से डीएम को जाकर बोलिए कि वह ऑनलाइन क्लासेस लें। मेरा बेटा इस स्कूल में 2 साल से पढ़ रहा है और हमने हर बार समय पर फीस चुकाई है। लॉकडाउन के कारण मेरा कारोबार ठप पड़ा है। एक सप्ताह में कहीं से पेमेंट आना है उसके बाद मैं फीस चुका दूंगा।

प्रिंस त्यागी ने गौतम बुध नगर के जिला विद्यालय निरीक्षक नीरज कुमार यादव को एक शिकायत दी है। हमें उम्मीद है कि प्रिंसिपल और स्कूल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस मुद्दे पर जिला विद्यालय निरीक्षक से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई है। दूसरी ओर स्कूल प्रबंधन भी इस मसले पर कोई बात नहीं कर रहा है।

अन्य खबरें