Google Image | Sunaina Holey
बॉम्बे उच्च न्यायालय ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राज्य के मंत्री आदित्य ठाकरे के बारे में सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने की आरोपी एक महिला को गिरफ्तारी से अंतरिम छूट प्रदान करने से शुक्रवार को इनकार कर दिया। नवी मुंबई निवासी सुनैना होले ने भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज तीन प्राथमिकी को रद्द करने का अनुरोध किया था।
विभिन्न समूहों के बीच कटुता को बढ़ावा देने के अलावा
38 वर्षीय महिला पर मानहानि और सार्वजनिक शांति को भंग करने का आरोप भी लगाया गया है। आरोपी ने सोशल मीडिया पर 25 से 28 जुलाई के बीच उद्धव और आदित्य ठाकरे के बारे में कथित तौर पर आपत्तिजनक पोस्ट किया था।
महिला के वकील अभिनव चंद्रचूड़ ने शुक्रवार को न्यायमूर्ति आरडी धानुका और न्यायमूर्ति वीजी बिष्ट की खंडपीठ के समक्ष दलील दी कि इस मामले ने "राजनीतिक रंग" ले लिया है और आरोपी ने कभी भी नफरत भरा बयान नहीं दिया और न ही शत्रुता को बढ़ावा देने वाला कोई पोस्ट किया।
चंद्रचूड़ ने कहा कि होले को एक मामले में गिरफ्तार किया गया था और उन्हें जमानत मिल गई है। उन्होंने प्राथमिकी रद्द करने के अनुरोध वाली याचिकाओं की सुनवाई लंबित रहने तक गिरफ्तारी से अंतरिम छूट का आग्रह किया। पीठ ने हालांकि आरोपी को गिरफ्तारी से छूट प्रदान करने वाला कोई भी अंतरिम आदेश पारित करने से इनकार कर दिया। मामले में अगली सुनवाई तीन सितंबर को होगी।