यमुना एक्सप्रेस वे: हादसे जीरो करने के लिए एक जुलाई से काम शुरू होगा, जानिए पूरा प्रोजेक्ट

Tricity Today | Yamuna Expressway



यमुना एक्सप्रेस वे पर होने वाले सड़क हादसों को रोकने के लिए एक जुलाई से काम शुरू होंगे। दिल्ली आईआईटी के सुझावों पर काम होना था, लेकिन लॉकडाउन ने इन पर ब्रेक लगा दिया। इस एक्सप्रेस वे को 2024 तक सड़क हादसों में शून्य मौतों वाला कॉरिडोर बनाया जाना है। इसको लेकर यमुना प्राधिकरण ने काम शुरू किया है।

पिछले साल जून और जुलाई में राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में यमुना एक्सप्रेस वे पर होने वाले हादसों पर अंकुश लगाने के लिए काम करने के लिए कहा गया था। यमुना प्राधिकरण ने दिल्ली आईआईटी से इस एक्सप्रेस वे का सुरक्षा ऑडिट करवाया था। आईआईटी ने कई सुझाव दिए थे। उस अमल होना शुरू हुआ। हालांकि काम कराने की गति बहुत धीमी थी। इसके बाद लॉकडाउन हो गया तो काम पूरी तरह से बंद हो गया।

यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने एक्सप्रेस वे पर सुरक्षित सफर के लिए एक्सप्रेस वे प्रबंधन के साथ बैठक की। बैठक में कहा गया कि 2024 तक इस एक्सप्रेस वे को हादसों में होने वाली मौतों को शून्य कर देना है। इसके हिसाब से काम शुरू किए जाएं। इसके अलावा आईआईटी के सुझावों पर पहली जुलाई से काम शुरू कराने के लिए कहा गया। एक्सप्रेस वे पर ट्राई बीम लगाने, उतार-चढ़ाव के पास सुरक्षा उपाय करना समेत कई सुझाव दिए गए थे। सीईओ ने कहा कि अब इन पर पहली जुलाई से काम शुरू होगा।

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