यमुना प्राधिकरण 29 गांवों को मॉडल विलेज के रूप में डेवलप करेगा

Tricity Today | Yamuna Authority



यमुना एक्सप्रेस वे इंडस्ट्रीयल डेवलपमेंट अथॉरिटी अपने अधिसूचित क्षेत्र के 29 गांवों को मॉडल विलेज के रूप में डेवलप करेगी। प्राधिकरण ने चार गांवों में निर्माण कार्य शुरू करने के लिए प्राइज बिड ओपन कर दी हैं। चारों गांवों को डेवलप करने के लिए पहले चरण में 35 करोड़ रुपये खर्च होंगे। जेवर के विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह ने यह प्रस्ताव विकास प्राधिकरण को दिया था।

यमुना एक्सप्रेस वे इंडस्ट्रीयल डेवलपमेंट अथॉरिटी 35 करोड़ रुपये से गांवों में बनी पुरानी चौपालों को ई-चौपाल के रूप में विकसित करेगी। इससे ग्रामीणों को चौपालों पर हवाई जहाज और रेल टिकट उपलब्ध होंगे। गांव के निवासी बिजली, पानी और दूसरे बिल चौपालों पर जमा कर सकेंगे। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम, 24 घंटे बिजली की सप्लाई, हेल्थ सेंटर, सीवर सिस्टम, स्कूल, कॉलेज, खेल का मैदान, साप्तहिक बाजार, बस स्टॉप इन गांवों में बनाए जाएंगे। सारे गांवों को यमुना एक्सप्रेस वे से कनेक्ट करने के लिए सड़कों का निर्माण किया जाएगा।

यमुना एक्सप्रेस वे इंडस्ट्रीयल डेवलपमेंट अथॉरिटी के महाप्रबंधक (प्रोजेक्ट) केके सिंह ने बताया कि प्राधिकरण ने पहले चरण में 29 गांवों की जमीन अधिग्रहीत की है। प्राधिकरण ने इन गांवों को मॉडल स्मार्ट विलेज बनाने के लिए डीपीआर तैयार करवाई है। इन गांवों में से पांच गांव अच्छेजा बुर्जुग, डूंगरपुर रीलखा, निलौनी शाहपुर, रामपुर बांगर और चांदपुर को मॉडल विलेज बनाने के लिए डीपीआर तैयार कर ली गई है। इन गांवों में निर्माण कार्य शुरू करने के लिए टेंडर निकाले गए हैं। इनमें से डूगरपुर रीलखा, मिर्जापुर, रामपुर बांगर, निलौनी शाहपुर गांव की प्राइस बिड ओपन हो गई है।

जिन गांवों की जमीन का अधिग्रहण विकास प्राधिकरण ने किया है, उन्हें मॉडल विलेज के रूप में विकसित करने के लिए जेवर के विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह ने प्रस्ताव दिया था। जिसके बाद प्राधिकरण ने इस प्रस्ताव को बोर्ड बैठक में रखकर मंजूरी ली थी।

शुरूआत चार गांवों से की गई है। सभी 29 गांवों को विकसित किया जाएगा। हालांकि, मूलभूत सुविधाओं का विकास सभी गांवों में शुरू हो गया है। सारे गांवों में गलियों को पक्के किया जा रहा है। संपर्क मार्ग बनाए जा रहे हैं। पथ प्रकाश की व्यवस्था की जा रही है।
ठाकुर धीरेंद्र सिंह, विधायक, जेवर

विकास प्राधिकरण चार गांवों को मॉडल विलेज बनाने के लिए 35 करोड़ रुपये खर्च कर रहा है। अगले तीन वर्षों में सभी 29 गांवों को मॉडल विलेज बनाया जाएगा। हमारे क्षेत्र के गांवों में सेक्टरों के मुकाबले बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
डा.अरुणवीर सिंह, सीईओ, यमुना एक्सप्रेस वे इंडस्ट्रीयल डेवलपमेंट अथॉरिटी

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