यमुना प्राधिकरण गांवों को स्मार्ट विलेज बनाएगा, जानिए क्या-क्या सुविधाएं मिलेंगी

Google Image | Dr Arunvir Singh IAS



यमुना प्राधिकरण के अधीन आने वाले गांवों को स्मार्ट बनाने का काम शुरू हो गया है। स्मार्ट विलेज में शहरों जैसी सुविधाएं देने के साथ ही रोजगार का भी इंतजाम किया जाएगा। इन गांवों में सेनेटरी पैड बनाने की मशीन लगाई जाएंगी ताकि वहां की महिलाओं को रोजगार मिल सके। इसके साथ ही रोजगार के लिए कई और विकल्पों पर विचार किया जा रहा है।

यमुना प्राधिकरण ने गांवों को स्मार्ट विलेज के रूप में विकसित करने की योजना बनाई है। प्राधिकरण ने पहले चरण में अच्छेजा बुजुर्ग, डूंगरपुर रीलखा, रामपुर बांगर, निलौनी शाहपुर और चांदपुर को स्मार्ट विलेज बनाने के लिए चुना है। इनकी डीपीआर भी बन चुकी है। प्राधिकरण ने अब तक 29 गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया है। इन सभी को इस योजना के दायरे में लाया जाएगा। हर गांव में दस करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। 26 जून को विधायक धीरेंद्र सिंह और प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने निलौनी शाहपुर में काम शुरू करा दिया है।

शहरों जैसी होंगी सुविधाएं
स्मार्ट विलेज में शहरों जैसी सुविधाएं दी जाएंगी। इसमें वाई-फाई की सुविधा, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट, बायोगैस स्टोरेज सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे, मेडिकल सुविधाएं, सीवेज-ड्रेन नेटवर्क, पेयजल, स्किल डिवेलपमेंट सेंटर, स्ट्रीट लाइट और ट्रांसपोर्ट सर्विस दी जाएंगी। ई-सर्विस के तहत टिकट बुकिंग से लेकर शिकायत केंद्र तक की सुविधा दी जाएगी। इसके अलावा प्राधिकरण इन गांवों में रोजगार के अवसर भी मुहैया कराएगा। सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि इन गांवों में सेनेटरी पैड बनाने वाली यूनिट भी लगेंगी। इससे गांव की महिलाओं को घर के पास रोजगार भी मिल सकेगा। इसके अलावा रोजगार के कई और विकल्पों पर विचार कर रहे हैं।

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