योगी आदित्यनाथ ने बड़ा काम किया, कोटा में फंसे यूपी-बिहार के 7500 छात्रों को निकालकर लाए

देश | 4 साल पहले | Anika Gupta

Tricity Today | Yogi Adityanath



राजस्थान के कोटा शहर में फंसे कोचिंग छात्रों को शुक्रवार की रात उत्तर प्रदेश सरकार निकाल लाई है। इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने 252 बसों का बेड़ा कोटा भेजा था। वहां यूपी के 7500 छात्र थे, जिन्हें बसों से उनके घरों तक पहुंचाया जा रहा है। राजस्थान और यूपी सरकार ने गुरुवार को यह फैसला लिया था। इसके बाद छात्रों के लिए शुक्रवार को 102 बसें झांसी और 150 बसें आगरा से रवाना की गई थीं। रात में ही छात्र बसों से रवाना हो गए।

 दूसरी ओर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि यह बहुत गलत कदम है। छात्रों को लेने के लिए बसें भेजने से लॉकडाउन का महत्व ही खत्म हो जाएगा। इस बीच, कोटा में रहकर तैयारी करने वाला एक छात्र भरतपुर में संक्रमित मिला है। वह जिस हॉस्टल में रहता था, उसके सभी छात्रों को आइसोलेट किया गया है।

दूसरी ओर बिहार के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने इस संबंध में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला को पत्र लिखकर कहा है कि गृह मंत्रालय को राजस्थान सरकार को लॉकडाउन का सख्ती से पालन करने का आदेश देना चाहिए। साथ ही, कोटा के डीएम की गैर जिम्मेदाराना हरकत के लिए फटकार लगाई जानी चाहिए। कोटा के डीएम ने बड़ी तादाद में निजी गाड़ियों के लिए पास जारी कर दिए हैं। वह भी तब, जब कोटा में 40 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। मुख्य सचिव ने कहा कि जो भी बच्चे राजस्थान से बिहार आएंगे, उन्हें उनके अभिभावकों के साथ 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया जाएगा।

कोटा में संक्रमण के 6 नए मामले सामने आए
इस बीच, कोटा शहर में शुक्रवार को संक्रमण के छह नए मामले सामने आए हैं। कोटा में रहकर तैयारी करने वाला एक छात्र भरतपुर में संक्रमित मिला है। यह छात्र कोटा के एक कोचिंग सेंटर में मेडिकल की तैयारी करता है। 13 अप्रैल को कोटा से भरतपुर पहुंचा था। छात्र की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद वह कोटा में जिस हॉस्टल में रहता था, उसके सभी बच्चों को आइसोलेट कर दिया गया है। छात्र के कमरे को सील कर दिया गया है। कोटा के मेडिकल कॉलेज के प्रिसिंपल डॉ. विजय सरदाना ने बताया कि छात्र की कॉन्टेक्ट हिस्ट्री का पता लगाया जा रहा है। कोटा में अब तक 92 संक्रमित मिल चुके हैं।

सबसे पहले छात्रों को झांसी-आगरा लाया गया
छात्रों को लेने गईं बसें कोटा में 6 जगहों पर खड़ी की गईं, जहां कई कोचिंग सेंटर हैं। यहां पहुंचने के लिए कोचिंग और प्रशासन ने छात्रों की मदद की। एक बस में करीब 25 से 30 बच्चों को ले जाया गया। सोशल डिस्टेंशिंग का पूरा ख्याल रखा गया है। इन्हें सबसे पहले झांसी और आगरा लाया गया है। इसके बाद इन्हें इनके जिलों के लिए रवाना किया गया है।

अब मध्य प्रदेश से भी छात्रों को लाने की योजना
कोटा में देशभर से छात्र आईआईटी की तैयारी करने आते हैं। यहां अभी 40 हजार छात्र हॉस्टल और पीजी अकोमोडेशन में रह रहे हैं। कोटा के अलावा यूपी सरकार मध्य प्रदेश में फंसे छात्रों को भी घर वापस लाने के लिए बातचीत कर रही है। बिहार के बच्चों के लिए भी वहां की सरकार से बात की जाएगी।

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