Tricity Today | Blueprint of film city will be ready in three months
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट यमुना फिल्म सिटी को लेकर शुक्रवार को बड़ा फैसला लिया गया है। अब अगले 3 महीनों में यमुना फिल्म सिटी का खाका खींच लिया जाएगा। इसके लिए यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने फिजबिलिटी रिपोर्ट बनाने के लिए आरएफपी रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल निकाल दिया है। यमुना प्राधिकरण के सेक्टर-21 में फिल्म सिटी बसाने की कवायद तेज हो गई है।
यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने शुक्रवार को 15 दिनों में कंपनियों को आवेदन करने का समय दिया गया है। अगले तीन महीने में फिजबिलिटी रिपोर्ट बन जाएगी। इसी में परियोजना के विकास का मॉडल भी तय कर दिया जाएगा। फिजबिलिटी रिपोर्ट पर शासन की मुहर के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में फिल्म सिटी बनाने की घोषणा की है।
पहले उत्तर प्रदेश सरकार ही फिजबिलिटी रिपोर्ट बनाने के लिए एजेंसी का चयन कर रही थी। लेकिन अब यह काम यमुना प्राधिकरण को दे दिया गया है। सरकार से आदेश मिलने के बाद प्राधिकरण ने शुक्रवार को आरएफपी निकाल दिया है। फिजबिलिटी रिपोर्ट बनाने की इच्छुक एजेंसी अगले 15 दिन तक आवेदन कर सकती हैं। इसके बाद प्राधिकरण एजेंसी का चयन करेगा ताकि फिजबिलिटी रिपोर्ट बनवाई जा सके। आरएफपी में उन कंपनियों को प्राथमिकता दी जाएगी जो फिल्म सिटी को लेकर पहले भी काम किया हो।
दीवाली से पहले एजेंसी का चुनाव करना है
फिल्म सिटी की फिजबिलिटी रिपोर्ट बनाने के लिए एजेंसी का चयन दीवाली से पहले कर लिया जाएगा। इस दौरान एजेंसी के चयन की सारी प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि 3 महीने में फिजबिलिटी रिपोर्ट तैयार हो जाएगी। इसी रिपोर्ट में परियोजना के विकास का मॉडल तय होगा। तीन मॉडल सुझाए गए हैं। पहला पूरी परियोजना का विकास यमुना प्राधिकरण करे। परियोजना सरकार और प्राधिकरण मिलकर पूरा करे। यह भी सुझाव है कि परियोजना को पीपीपी मॉडल पर विकसित किया जाए।
यमुना प्राधिकरण फ़िल्म सिटी का विकास करेगा
फिजबिलिटी रिपोर्ट बनाने के साथ ही परियोजना के विकसित करने की जिम्मेदारी भी यमुना प्राधिकरण को दी गई है। सरकार की ओर से आदेश जारी कर दिए गए हैं। अब फिल्म सिटी बसाने की पूरी जिम्मेदारी यमुना प्राधिकरण को मिल गई है। फिजबिलिटी रिपोर्ट से लेकर परियोजना के विकास की जिम्मेदारी प्राधिकरण की ही रहेगी। यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ.अरुण वीर सिंह ने कहा, "शासन ने फिल्म सिटी की फिजबिलिटी रिपोर्ट बनाने की जिम्मेदारी हमें दे दी है। इसके लिए एजेंसी का चयन करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए आरएफपी निकाल दिया गया है।"
सबसे आधुनिक सुविधाएं देने की तैयारी
फिजबिलिटी रिपोर्ट बनाते समय देश-विदेश की उम्दा फिल्म सिटी का अध्ययन किया जाएगा ताकि सारी आधुनिक सुविधाएं यमुना प्राधिकरण में बनने वाली फिल्म सिटी में मिल सकें। हैदाराबाद की रामोजी राव फिल्म सिटी, सिंगापुर, लॉस एंजिल्स, कैलीफोर्निया आदि शहरों की फिल्म सिटी को अध्ययन में शामिल कराया जाएगा।
इन बिंदुओं पर बनेगी फिजबिलिटी रिपोर्टं -
-परियोजना की लागत कितनी आएगी। यह धनराशि किन-किन मदों पर खर्च होगी।
-परियोजना किस मॉडल पर विकसित की जाएगी।
-आर्थिक आकलन। परियोजना की लागत कितनी आएगी और लाभ कितना मिलेगा।
-परियोजना किस माडल पर विकसित की जाए, इसकी सिफारिश करना।
-परियोजना के विकास में प्रदेश सरकार और यमुना प्राधिकरण की क्या भूमिका रहेगा, इसको बताना।
-तकनीकी, आर्थिक, सामाजिक वस्तु स्थिति का आकलन।
इसलिए बेहतर है यमुना फ़िल्म सिटी की लोकेशन
-यमुना प्राधिकरण को सेक्टर-21 यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे है। इसके अलावा ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस वे भी पास में है। दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस से यह इलाका जुड़ जाएगा।
-यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में जमीन के रेट कम हैं।
-पानी की समुचित व्यवस्था है। 756 केवी का सब स्टेशन है। 400 केवीए का सब स्टेशन बनाया जा रहा है।
-स्किल डेवलपमेंट सेंटर प्रस्तावित है। सेक्टर-21 औद्योगिक सेक्टरों से घिरा हुआ है।
-जनपद में 117 एजुकेशन इंस्टिट्यूट और 9 यूनिवर्सिटी हैं।
-प्रस्तावित फिल्म सिटी की साइट जेवर एयरपोर्ट से 6 किलोमीटर दूर है।