Noida News : उत्तर प्रदेश का नोएडा शहर अपनी पहचान का मोहताज नहीं है। इसे औद्योगिक नगरी का तमगा भी हासिल है। यहां पर छोटे-बड़े हजारों की संख्या में उद्योग और कारोबार हैं। लेकिन, सरकार के लाख प्रयास के बाद भी यहां के कारोबारी जीएसटी जमा नहीं कर रहे हैं। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, जीएसटी विभाग ने शहर में 12 हजार से अधिक कारोबारियों की पहचान की है। इन व्यापारियों ने मिलकर सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगा दिया है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) के जरिये इन्हें पकड़ा गया है। अब विभाग इन कारोबारियों पर शिकंजा कसने की तैयारी में है। कारोबारियों में अफरा-तफरी का माहौल है।
कारोबारियों ने दाखिल नहीं किया रिटर्न
जीएसटी अधिकारी ने बताया कि 11,962 ऐसे कारोबारियों की लिस्ट बनाई गई है, जो लाखों का व्यापार कर रहे हैं। लेकिन, विभाग को एक रुपये भी टैक्स नहीं दे रहे हैं। 8,356 कारोबारियों ने तो रिटर्न तक दाखिल नहीं किया है। विभाग ने ऐसे सभी कारोबारियों की सूची बनाकर कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। जल्द इन्हें नोटिस जारी किए जाएंगे। अगर व्यापारियों ने तय समय पर नोटिस का जवाब नहीं दिया तो कंपनी में ताला जड़ दिया जाएगा। चोरी पर अंकुश लगाने के लिए राज्य कर विभाग आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का सहारा ले रहा है।
14 टीमें गठित
विभाग की ओर से समाधान योजना चलाई जा रही है। इसके तहत डेढ़ करोड़ रुपये तक का सालाना टर्नओवर वाले कारोबारियों को महज एक प्रतिशत ही टैक्स देना होता है। इसकी प्रक्रिया भी बेहद आसान है। दीपावली पर कारोबारी गतिविधियों के बढ़ने के साथ-साथ कर चोरी के मामले में भी बढ़ जाते हैं। इस पर शिकंजा कसने के लिए राज्य कर विभाग की ओर से जोन में 14 टीमें गठित की गई हैं, जिन्हें आने-जाने वाले माल की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सभी प्रवर्तन दलों को अभी से सक्रिय कर दिया गया है।