Noida News : उत्तर भारत में भीषण गर्मी का प्रकोप इस कदर कहर ढा रहा है कि कुछ दिनों में लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। इसके असर सबसे ज्यादा एनसीआर में देखने को मिला है। राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार रात का न्यूनतम तापमान 35.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो 55 वर्षों में सर्वाधिक है। इस लिहाज से 1969 के बाद यह राजधानी में अब तक की सबसे गर्म रात रही। इससे पहले 23 मई, 1972 में न्यूनतम तापमान 34.7 डिग्री दर्ज किया गया था। तापमान में वृद्धि और लू की वजह से एनसीआर के अस्पतालों में मरीजों और मौतों की संख्या बढ़ गई है। एनसीआर में बीते 48 घंटों में 226 लोगों की जान चली गई। अकेले दिल्ली में 138 लोगों की मौत हुई।
दिल्ली एनसीआर में मौसम ने ली करवट
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने लू लगने से 22 लोगों की ही मौत की पुष्टि की है। इस दौरान विभिन्न अस्पतालों में 116 लोग मृत अवस्था लाए गए। इनकी मौत की वजह से लू और गर्मी से जुड़ीं बीमारियां बताई जा रही हैं। यूपी-एनसीआर में 40 लोगों की मौत हो गई। वहीं, दक्षिण हरियाणा में 48 लोगों की जान गई है। नोएडा में मात्र 24 घंटों में 14 लोगों ने अपनी जान गवई हैं। इस बीच, बुधवार रात करीब 10:30 बजे धूल भरी आंधी के साथ कुछ इलाकों में हल्की वर्षा हुई। इससे लोगों को थोड़ी राहत मिली। गुरुवार को भी मौसम विभाग ने कई इलाकों में वर्षा का अनुमान जताया है। अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान 42 और 33 डिग्री रह सकता है। मौसम विभाग ने यलो अलर्ट भी जारी कर दिया है।
श्मशानों में अंतिम संस्कार के लिए बढ़ी भीड़
नोएडा सेक्टर-94 में स्थित पोस्टमार्टम के हालात बेहद ख़राब देखी गयी। इसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें, मोर्चरी के परिसर में बाहर गेट से घुसते ही सामने 7 शव जमीन पर पड़े हुए थे, जिन्हें रखने के लिए पोस्टमार्टम में डीप फ्रीजर भी नहीं था। वहीं, दूसरी तरफ कोने में 6 से 7 शव एक के ऊपर रखे हुए थे। एनसीआर के श्मशान स्थलों पर एकाएक अंतिम संस्कार के लिए भीड़ बढ़ गई है। अकेले दिल्ली के श्मशान स्थल व कब्रिस्तानों में लाए गए शवों की संख्या तकरीबन 208 पहुंच गई। दिल्ली के प्रमुख श्मशान घाट निगमबोध में रात्रि आठ बजे तक 124 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। जबकि, दिल्ली गेट स्थित कब्रिस्तान में शाम छह बजे तक 20 शव तथा वेलकम में 16 शवों को दफनाया गया। शवों की संख्या में वृद्धि से श्मशानों की व्यवस्था लड़खड़ा गई है।