Noida News : नोएडा शहर के बीच में प्राइम लोकेशन पर नोएडा अथॉरिटी की तरफ से कमर्शियल भूखंडों की योजना लाई गई है। आठ भूखंड की योजना में 22 नवंबर तक आवेदन किए जा सकते हैं। सभी भूखंडों का आवंटन ई-ऑक्शन प्रक्रिया से किया जाएगा। ऐसे में नोएडा अथॉरिटी द्वारा निर्धारित किए गए रिजर्व प्राइज से अधिक धनराशि अथॉरिटी को मिलने की उम्मीद है। 8 भूखंड के जरिये करीब एक लाख 70 हजार वर्गमीटर से अधिक जमीन कॉमर्शियल एक्टिविटी के लिए दी जाएगी।
सेक्टर-25-ए में आवंटित होंगे भूखंड
नोएडा अथॉरिटी द्वारा लाई गई स्कीम के तहत कमर्शियल भूखंडों का आवंटन नोएडा स्टेडियम के सामने वाले सेक्टर 25-ए में किया जाएगा। इस जमीन के एक कोने पर मोदी मॉल और दूसरी तरफ एडोब की बिल्डिंग बनी हुई है। लंबे समय से खाली पड़ी इस जमीन पर फिर से कमर्शियल भूखंडों के आवंटन के लिए योजना निकाली गई है। 22 अक्टूबर से शुरू हुई योजना में 29 अक्टूबर से बिड सम्ममिशन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। आवेदक अपनी बिड 22 नवंबर की शाम 5 बजे से पहले तक ई-ऑक्शन पोर्टल के जरिये जमा कर सकते हैं।
ऐसे करें आवेदन
योजना में आवेदन करने के लिए ऑनालाइन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने के बाद लॉगिन आईडी और पासवर्ड बनाना होगा। इसके बाद ई-ब्रोशर के लिए 5000 हजार रुपये और प्रोसेसिंग फीस के रूप में 20 हजार रुपये जमा करने होंगे। इस पर जीसएसटी अतिरिक्त होगा और यह धनराशि न तो वापस होगी, ना ही एडजेस्ट होगी। वहीं 5 लाख रुपये आवेदन करने के लिए अर्नेस्ट मनी के रूप में जमा करने होंगे।
यह है भूखंड का आकार
योजना में शामिल किए गए सबसे छोटे भूखंड का आकार 17 हजार 645 वर्गमीटर निर्धारित किया गया है। इस आकार के 3 भूखंड योजना में शामिल हैं। इसके बाद 18070 वर्ग मीटर का एक भूखंड और 23,160 वर्ग मीटर का भूखंड शामिल किया गया है। 22,780 वर्ग मीटर एक एक भूखंड और सबसे बड़े भूखंड के रूप में 25,572 वर्ग मीटर के दो भूखंड को योजना में शामिल किया गया है।
इतनी है भूखंड की कीमत
अथॉरिटी द्वारा भूखंड की कीमत एक लाख 83 हजार 113 रुपये प्रति वर्गमीटर से लेकर एक लाख 86 हजार 298 रुपये प्रति वर्ग मीटर निर्धारित की गई है। भूखंड की कीमत उनके आकार के अनुसार है। छोटे भूखंड की कीमत प्रतिवर्ग मीटर अधिक और बड़े भूखंड की कीमत प्रति वर्ग मीटर अपेक्षाकृत कुछ कम रखी गई है। नोएडा अथॉरिटी द्वारा इन 8 भूखंडों की कीमत 31 अरब 3 कराेड़ 79 लाख 6082 रुपये लगाई गई है। ई-ऑक्शन के तहत इससे कहीं अधिक धनराशि नोएडा अथॉरिटी को मिलने की उम्मीद है।