BREAKING : ट्रैक्टर-ट्रॉली में पहुंचे भाकियू कार्यकर्ताओं ने गौतमबुद्ध नगर कलेक्ट्रेट का किया घेराव, डीएम से बड़ी मांग की, दी ये चेतावनी

नोएडा | 3 साल पहले | Shilpi Bhatnagar

Tricity Today | किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवार होकर कलेक्ट्रेट का घेराव करने पहुंचे



Gautam Buddh Nagar : लखीमपुर खीरी में हुए विवाद के बाद गौतमबुद्ध नगर में भी किसानों का प्रदर्शन शुरू हो गया है। थोड़ी देर पहले सैकड़ों की संख्या में किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवार होकर कलेक्ट्रेट का घेराव करने पहुंचे। उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन जिलाधिकारी सुहास एलवाई को सौंपा और आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा तथा उनके बेटे पर आज ही कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित कराने की मांग की है। भारतीय किसान यूनियन का कहना है कि अगर शासन ने इसमें ढिलाई की, तो कल से पूरे प्रदेश में बड़े स्तर पर प्रदर्शन किए जाएंगे। किसान अपनी हत्या पर चुप नहीं बैठेंगे।

बताते चलें कि बीते रविवार को यूपी के लखीमपुर खीरी में प्रदर्शनकारी किसानों पर भाजपा के केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे के गाड़ी चलाने का आरोप है। इस पूरे घटनाक्रम में अब तक एक पत्रकार समेत नौ लोगों की मौत हो चुकी है। इसके विरोध में भारतीय किसान यूनियन के सदस्यों ने आज सूरजपुर में जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव किया। ट्रैक्टर और ट्रॉली पर सैकड़ों की संख्या में किसान कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। हालांकि सुरक्षा-व्यवस्था को देखते हुए पहले ही कलेक्ट्रेट ऑफिस को छावनी में तब्दील कर दिया गया था। भारी संख्या में नोएडा पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है। किसान यूनियन के सदस्यों ने शासन के नाम का ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा और अपनी मांगे रखीं।

भाकियू एनसीआर के उपाध्यक्ष ने कहा, लखीमपुर खीरी में भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे ने प्रदर्शनकारी किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी। यह सरकार किसानों की कातिल है। हमारी मांग है कि शासन आज ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू करे। अन्यथा किसान चुप नहीं बैठेंगे। कल से पूरे प्रदेश में शासन के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन शुरू होगा। हमारी मांग है कि आरोपियों को गिरफ्तार कर आज ही जेल भेजा जाए। साथ ही इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त एक्शन हो। मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए।

हालांकि इस दौरान कलेक्ट्रेट में तैनात पुलिसकर्मियों और किसानों के बीच हल्की नोकझोंक भी सामने आई है। दरअसल प्रदर्शनकारी किसान ट्रैक्टरों को अंदर ले जाने की जिद पर अड़े थे, जबकि पुलिस ऐसा करने से रोक रही थी। बाद में एक ट्रैक्टर को जिलाधिकारी कार्यालय के गेट तक जाने की अनुमति दी गई थी। इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन के एक अन्य सदस्य ने कहा कि लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में भाजपा और आरएसएस के गुंडे शामिल थे। इसकी तुरंत जांच कराई जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

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