Greater Noida West Metro Project : कैबिनेट नोट को पीएमओ से मिली हरी झंडी, अब जल्द इंतजार होगा खत्म, पढ़िए ताजा अपडेट

नोएडा | 1 साल पहले | Nitin Parashar

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Noida|Greater Noida West । नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट के बीच मेट्रो चलाने की योजना एक कदम और आगे बढ़ गई है। इस प्रोजेक्ट से जुड़ी अच्छी खबर सामने आई है। मेट्रो चलाने की मंजूरी के लिए फाइल को केंद्र सरकार के वित्त मंत्रालय से मंजूर दे दी है। मेट्रो रूट प्रॉजेक्ट की फाइल केंद्र में आगे बढ़ी है। कैबिनेट नोट को पीएमओ से मंजूरी मिल गई है। अब यह तकरीबन तय हो गया है कि अगली कैबिनेट बैठक में इस रूट का प्रस्ताव रखा जाएगा।

छोटे बनाए जाएंगे स्टेशन
नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने मंत्रालय  को सभी सवालों के जवाब ने दे दिए हैं। साथ ही स्टेशन का डिजाइन जो पहले बड़े और ज्यादा कमर्शल स्पेस के साथ बनने थे उसमें बदलाव कर दिया गया है। अब स्टेशन छोटे बनाए जाएंगे। एनएमआरसी अधिकारियों को उम्मीद है कि कैबिनेट में मंजूरी मिलने में कोई अड़चन नहीं आएगी। दरअसल, मेट्रो लाइन की फाइल अलग-अलग मंत्रालय से होते हुए वित्त मंत्रालय पहुंची। वित्त मंत्रालय ने अब इसके लिए कैबिनेट नोट तैयार करके प्रस्ताव में शामिल करवाया है। इस परियोजना पर खर्च होने वाले पैसे में 20 प्रतिशत हिस्सा केंद्र सरकार को देना है। इसी वजह से केंद्र की मंजूरी जरूरी है।

14.958 किलोमीटर लंबा होगा यह रूट, लाखों लोगों को फायदा
यह रूट 14.958 किलोमीटर लंबा होगा और इसमें नौ स्टेशन होंगे। पहले चरण में नोएडा के सेक्टर-51 से ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर-2 तक मेट्रो चलेगी। जिसमें पांच स्टेशन होंगे। इनमें नोएडा क्षेत्र में सेक्टर-122 और सेक्टर-123 स्टेशन हैं। जबकि ग्रेटर नोएडा वेस्ट के क्षेत्र में सेक्टर-4, ईकोटेक-12 और सेक्टर-2 में स्टेशन बनाए जाएंगे। नए रूट पर मेट्रो चलने का फायदा ग्रेनो वेस्ट में रहने वाले लाखों लोगों को होगा। यह पर्यावरण फ्रेंडली होगी। अभी लोगों को सेक्टर-51 से ग्रेनो वेस्ट की ओर जाने के लिए ऑटो या कैब का सहारा लेना पड़ता है।

दिवाली से शुरू होगा काम 
अगर इस महीने कैबिनेट की मंजूरी मिल जाती हैतो इसके बाद एनएमआरसी इसके निर्माण के लिए टेंडर जारी करेगा। पहली बार जारी किए गए टेंडर मेंकंपनी का चयन करनेकी प्रक्रिया में तीन से चार महीने का समय लगता है। इसके बाद जिस कंपनी का चयन होगा। उसको काम शुरू करने के लिए कम से कम तीन महीने का समय दिया जाएगा। ऐसे में दिवाली के आसपास काम शुरू हो सकता है।

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