नोएडा में बंटी-बबली का कारनामा : Flipkart पर सेलर अकाउंट खुलवाकर ठगे 50 लाख रुपये, 40 लोगों को चूना लगाकर बने लखपति

नोएडा | 8 महीना पहले | Junaid Akhtar

Tricity Today | Flipkart पर सेलर अकाउंट खुलवाकर ठगे 50 लाख रुपये



Noida News : नोएडा में थाना सेक्टर 63 पुलिस ने बंटी-बबली को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी पति-पत्नी हैं। पुलिस का दावा है कि पकड़े गए आरोपी दंपति ने ई-कॉमर्स साइट Flipkart पर सेलर अकाउंट खुलवाकर 40 से अधिक लोगों से 50 लाख रुपये ठगे हैं। बताया जा रहा है कि पकड़े गए आरोपी पिछले कई माह से फरार चल रहे थे। वहीं पुलिस इस मामले में पूर्व में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। 

एमबीए और बीटेक पास हैं बंटी-बबली
थाना प्रभारी अवध प्रताप सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों की पहचान गुरुग्राम निवासी दंपती मनोज मिश्रा और अकांक्षा मिश्रा के रूप में हुई है।  इस मामले में पहले ही दो आरोपियों धीरज जहांगीर और एजाज को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। जबकि गिरोह में शामिल निकिता त्रिपाठी फरार है। जालसाजों ने कमीशन व फायदे का झांसा देकर ठगी की वारदात की थी। थाना प्रभारी ने बताया कि एमबीए पास मनोज मिश्रा और बीटेक कर चुकी अकांक्षा मिश्रा ने नोएडा में द हब सॉल्यूशन नामक कंपनी बनाई थी। कंपनी की तरफ से सोशल मीडिया पर विज्ञापन दिया गया था। जिसमें Flipkart पर सेलर अकाउंट बनाकर आसानी से लाखों रुपये कमाने की बात कही गई थी। विज्ञापन को देखकर दिल्ली समेत एनसीआर व अन्य राज्यों के लोगों ने आरोपियो से संपर्क किया।

प्रत्येक व्यक्ति से ठगे 1 से 5 लाख रुपये
आरोपियों ने Flipkart कंपनी पर पीड़ितों के सेलर अकाउंट बनाया। जालसाजों ने पीड़ितों को आईडी भेज दी। इसके बाद सेलर अकाउंट खोलकर अतिरिक्त मुनाफे का झांसा देकर एक लाख रुपये से पांच लाख रुपये तक हर व्यक्ति से ठगी कर ली। पीड़ित जब सेलर अकाउंट से कारोबार करने के लिए सामान मंगवाते थे तब आरोपी सामान कैंसिल करा देते थे। रिफंड के पैसे आरोपियों के पास आ जाते थे। जब पीड़ित मनोज और अकांक्षा से रिफंड के पैसे मांगते थे तब उन्हें क्रेडिट नोट का झांसा देकर 30 से 45 दिन का समय लेते थे। इसके बाद संपर्क काट देते थे।

अब जानिए क्या है सेलर अकाउंट
Flipkart पर प्रोडक्ट बेचने के लिए फ्लिकार्ट सेलर के तौर पर रजिस्ट्रेशन जरूरी है। यहां बिजनेस और प्रोडक्ट्स से जुड़ी जानकारी और कागजात की कई जानकारी देनी होती है। इसके लिए बैंक अकाउंट, पहचान पत्र, ई मेल आईडी, मोबाइल नंबर, बैंक स्टेटमेंट आदि देने होते हैं।

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