शहर की समस्या : मल्टीपाइंट कनेक्शन को लेकर हाईराइज सोसायटियों में विवाद शुरू, 75 बिल्डरों ने लगाने से किया इनकार, कटेगी बिजली!

नोएडा | 2 साल पहले | Nitin Parashar

Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो



Greater Noida West|Noida : यूपीपीसीएल और निवासियों के बीच तनातनी का माहौल है। हाईराइज सोसायटियों में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। मल्टीपॉइंट कनेक्शन योजना को लेकर पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के एमडी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने नोएडा-गाजियबाद के निगम अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में इस योजना को सफल बनाने के लिए प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा के साथ निगम अधिकारियों से कार्य योजना पर चर्चा की गई। एमडी ने अधिक से अधिक सोसायटियों में मल्टीपॉइंट कनेक्शन देने के निर्देश दिए। लेकिन कुछ लोग चाहते है कि उनकी हाउसिंग सोसाइटी में मल्टीपाइंट कनेक्शन लगे और कुछ लोग नहीं चाहते हैं। अब इसको लेकर शहर के अनेकों सोसायटीयों में वोटिंग करवाई जा रही है। अगर किसी सोसाइटी में मल्टीपल कनेक्शन लगता है तो उसमें निवासियों की 51% सहमति होनी जरुरी हैं।

75 सोसायटियों ने मल्टीपॉइंट कनेक्शन लेने से किया  इनकार
बिजली के मल्टीपॉइंट कनेक्शन के लिए नोएडा में पहले चरण में 159 सोसाइटी चिह्नित की गई हैं। इसमें छोटी-बड़ी मिलाकर 23 में लोगों के घरों में अपने बिजली के मीटर लग चुके हैं। 6 जगहों पर कनेक्शन का काम जारी है। दूसरी तरफ शहर के 75 सोसायटियों ने मल्टीपॉइंट कनेक्शन लेने से इनकार कर दिया है। मुख्य अभियंता की तरफ से बुधवार को शासन को इस संबंध में रिपोर्ट भेज दी गई है। मुख्य अभियंता जेबी सिंह ने बताया कि नोएडा में शेष सोसायटियों में जल्द मल्टिपॉइंट कनेक्शन देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। विद्युत नियामक आयोग के निर्देश के बाद बहुमंजिली इमारतों में मल्टीपॉइंट कनेक्शन के लिए जिन सोसायटियों ने अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है, उनकी बिजली काटने का अभियान क्रिसमस के बाद फिर चलाया जाएगा। साथ ही बिजली विभाग के कर्मचारी सोसायटी में जाकर बिजली विभाग के अधिकारी जागरूकता अभियान चला रहे हैं।

6 बिल्डरों ने सहमति जताई
नोएडा पावर कंपनी लिमिटेड ने एक सप्ताह पहले ग्रेटर नोएडा और ग्रेनो वेस्ट में 9 बिल्डरों को नोटिस भेजकर 22 दिसंबर तक मल्टीपॉइंट कनेक्शन लगाने को कहा था। सख्ती और के बाद 6 बिल्डरों ने सहमति जताई है। दो बिल्डरों ने हैंडओवर और पजेशन का काम पूरा होने तक कुछ समय के लिए सिंगल पॉइंट कनेक्शन पर ही रहने का अनुरोध किया है। एक बिल्डर ने अब तक कोई संपर्क नहीं किया है। एनपीसील दिए गए समय के बाद उन पर बिजली कनेक्शन काटने की कार्रवाई करेगा। बता दें कंपनी ने अल्फा होम्स, ऐस सिटी, समृद्धि ग्रैंड, पंचशील ग्रीन्स II, पंचशील हाइनिश, दिव्यांश फ्लोरा, महागुन माइवुड्स, 6th एवेन्यू गौड़ सिटी -1 और प्रिस्टीन एवेन्यू को नोटिस भेजा था।

मल्टीपाइंट कनेक्शन का विरोध क्यों हो रहा
मल्टीपाइंट कनेक्शन लेने के बाद लिफ्ट से लेकर जिम और पब्लिक एरिया में मेंटेनेंस की समस्या बढ़ जाएगी। ऐसे में जिम, क्लब और पब्लिक एरिया में बिजली के लिए पैसा कौन देगा? एक और बड़ी बात यह है कि निवासियों ने बिल्डर को पहले ही बिजली का पैसा दिया हुआ है। अगर सोसाइटी के भीतर मल्टीपाइंट कनेक्शन लगता है तो दोबारा से रिचार्ज करवाना पड़ेगा। क्योंकि मल्टीपाइंट कनेक्शन पोस्टेड है। यानी कि जितना पैसा दोगे, उतनी ही बिजली चलेगी।

मल्टीपाइंट कनेक्शन के फायदे
मल्टीपाइंट कनेक्शन से निवासियों को आर्थिक लाभ मिलता है। बिजली बिल में सीधे तौर पर कम से कम ₹1 का अंतर देखने को मिलता है। वहीं, सामान्य घरेलू कनेक्शन की दर 6.5 रुपए प्रति यूनिट है। सिंगल प्वाइंट कनेक्शन के लिए यूनिट की दर बढ़ जाती है। इसके अलावा सिंगल फिक्स चार्ज की कीमत भी ज्यादा होती है। अगर मल्टीपाइंट कनेक्शन लगाए जाएंगे तो निवासियों को फायदा होगा। विद्युत निगम का कहना है कि अगर किसी सोसाइटी में रहने वाले 51% लोग सहमति जता देते हैं तो मल्टीपाइंट कनेक्शन दे दिया जाता है।

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