Noida News : नोएडा में डेंगू का प्रकोप जारी है। डेंगू के दिन-प्रतिदिन बढ़ते ही नजर आ रहे है। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, जिले में डेंगू के मामलों की संख्या बढ़कर 128 हो गई है। इस बीच, मलेरिया के मामलों की संख्या भी इस वर्ष पिछले साल की तुलना में दोगुनी हो गयी है।
स्वास्थ विभाग दोनों बीमारियों से निपटने के लिए तैयार
जिला स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, डेंगू के मामलों में इस तेजी के पीछे मच्छरों के प्रजनन स्थलों का सक्रिय रूप से पता लगाया जा रहा है। कई आवासीय सोसायटियों और घरों को इन स्थितियों को अनदेखा करने के कारण जुर्माना भी झेलना पड़ा है। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. श्रुति कीर्ति वर्मा ने बताया कि हालांकि मामलों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन अब तक किसी भी डेंगू रोगी की मृत्यु नहीं हुई है। उन्होंने कहा, "हम स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं और सभी आवश्यक उपाय कर रहे हैं।" इसके अलावा, नोएडा में मलेरिया के भी 106 मामले सामने आए हैं, जो चिंता का एक और कारण है। स्वास्थ्य विभाग दोनों बीमारियों से निपटने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है।
पिछले वर्ष 993 डेंगू के मामले सामने आए
जिला अधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने बताया कि कई निजी अस्पताल रैपिड डायग्नोस्टिक टेस्ट (आरडीटी) का उपयोग कर रहे हैं, जो डेंगू के निदान में केवल 60 प्रतिशत दक्षता प्रदान करते हैं। अधिक विश्वसनीयता के लिए नमूनों को सरकारी प्रयोगशालाओं में भेजा जा रहा है। पिछले वर्ष, नोएडा में 993 डेंगू मामलों की सूचना मिली थी, जिसके परिणामस्वरूप मच्छरों के लार्वा पाए जाने के स्थलों पर 16,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया था।
नागरिकों से की सावधानी बरतने की अपील
स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे सावधानी बरतें और मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। इनमें खुले पानी के स्रोतों को ढकना, लंबी आस्तीन के कपड़े पहनना और मच्छर विकर्षक का उपयोग करना शामिल है। नगर निगम भी मच्छर नियंत्रण के लिए फॉगिंग और स्प्रेइंग जैसे उपाय कर रहा है। अधिकारियों का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन सतर्कता बनाए रखने की आवश्यकता है।