अच्छी खबर : नोएडा के कूड़े से बनेगी बिजली और सीएनजी गैस, जानिए प्राधिकरण का पूरा प्लान

नोएडा | 9 दिन पहले | Nitin Parashar

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Noida News : नोएडा प्राधिकरण शहर के अलग-अलग हिस्सों में चार नए इंटीग्रेटेड सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट स्थापित करने जा रहा है। इन प्लांटों का उद्देश्य शहर में उत्पन्न होने वाले गीले और सूखे कचरे का कुशल निपटान करना है। ये नए प्लांट सेक्टर 50, 75, 61 और 135 में स्थापित किए जाएंगे। प्रत्येक प्लांट की क्षमता 40 मीट्रिक टन होगी। इनमें गीले और सूखे कचरे का अलग-अलग निस्तारण किया जाएगा। सूखे कचरे के लिए मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) केंद्र बनाए जाएंगे जबकि गीले कचरे के निपटान के लिए बायोमेथेनेशन प्लांट लगाए जाएंगे।

2174 रुपये का खर्च 
नोएडा प्राधिकरण ने एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि फिलहाल शहर में लगभग 600 मीट्रिक टन गीला और 160 मीट्रिक टन सूखा कचरा प्रतिदिन उत्पन्न होता है। सूखे कचरे का निपटान वर्तमान में सेक्टर-80 और 119 में किया जा रहा है। हालांकि, गीले कचरे के निस्तारण के लिए अभी कोई ठोस व्यवस्था नहीं है। उन्होंने बताया कि गीले कचरे के बायोरेमिडीएशन पर प्रति मीट्रिक टन लगभग 2174 रुपये का खर्च आता है, जो काफी अधिक है। ऐसे में अधिक खर्चे को देखते हुए प्राधिकरण ने प्लांट लगाने का निर्णय लिया है। एजेंसियां सूखे कूड़े से कमाई करेंगी। गीले कूड़े से एजेंसियों के पास ग्रीन सीएनजी से लेकर बिजली बनाकर कमाई करने के विकल्प होंगे।

रात में सफाई करने का निर्णय 
नोएडा प्राधिकरण की ओर से मुख्य जगहों पर रात्रि के समय सफाई कार्य किया जाएगा। यह पहल न केवल शहर की सुंदरता को बढ़ाएगी बल्कि व्यापारियों और आम जनता के लिए भी सुविधाजनक होगी। नोएडा प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि प्राधिकरण के फेज-दो के पुराने कोर्ट के बाजार में 10 हजार वर्गमीटर क्षेत्र में सफाई होगी। इसी प्रकार सेक्टर-110 में एचडीएफसी बैंक से बीडीएस मार्केट तक के 10,230 वर्गमीटर क्षेत्र में रोजाना रात्रि सफाई की जाएगी। इसके अलावा पिलर नंबर-82 से बाजार और पुलिस चौकी से डीएससी मार्केट चौराहे के 29,500 वर्गमीटर क्षेत्र और सेक्टर-104 सर्विस रोड लाल बत्ती से मंदिर रोड और आंतरिक सड़कों पर भी सफाई कार्य होगा। यह पहल न केवल नोएडा को बदलेगी, बल्कि पूरे देश के लिए एक उदाहरण बनेगी।

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