Lucknow/Noida : उत्तर प्रदेश को देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार पुरजोर कोशिशों में जुटी है। इसी सिलसिले में 10 फरवरी से लखनऊ में तीन दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (UP Global Investors Summit) होगी। इस समिट से पहले ही सरकार को 12 लाख करोड रुपए से ज्यादा के इन्वेस्टमेंट प्रपोजल मिल चुके हैं। सरकार ने 10 लाख करोड रुपए का निवेश हासिल करने का लक्ष्य रखा था। अब इसे बढ़ाकर 17 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है। खास बात यह है कि एक बार फिर गौतमबुद्ध नगर जिला सबसे ज्यादा निवेश हासिल करने वाला है। देश और दुनियाभर की कंपनियां नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी के दायरे में उद्योग लगाना चाहती हैं।
अमेरिकी कंपनियां सबसे ज्यादा रोजगार देंगी, सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया से निवेश
सिंगापुर, आस्ट्रेलिया और अमेरिकी कंपनियां उत्तर प्रदेश आ रही हैं। सिंगापुर और आस्ट्रेलियाई कंपनियां यूपी में 24,560 करोड़ रुपये का निवेश करने को तैयार हैं। यह सबसे ज्यादा निवेश है। लेकिन यह कंपनियां तकनीक का ज्यादा इस्तेमाल करेंगी और मैनपावर का कम उपयोग होगा। ज्यादा रोजगार अमेरिका से आने वाली कंपनियां देंगी। अमेरिका की छह कंपनियां कुल 11,720 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रही हैं लेकिन इनके जरिए 37 हजार लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
नोएडा फिर नम्बर वन, यहीं सबसे ज्यादा निवेश होगा
अगर उत्तर प्रदेश में हमने वाले निवेश को सेक्टर वार बांटें तो सबसे ज्यादा निवेश डाटा सेंटर निर्माण में होने वाला है। सबसे ज्यादा निवेश पाने वाला जिला एकबार फिर गौतमबुद्ध नगर है। तकरीबन सभी कंपनियां डाटा सेंटर बनाने के प्रस्ताव गौतमबुद्ध नगर के तीनों विकास प्राधिकरण को दे रही हैं। ज्यादातर प्रस्ताव नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी के दायरे में स्थापित करने के लिए आए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मुहिम 'वन ट्रिलियन यूएस डॉलर इकोनॉमी' के लिए हुए समझौतों के विशलेषण से यह तथ्य सामने आए हैं।
अब 17 लाख करोड़ रुपये हुआ इन्वेस्टमेंट टारगेट
अब तक 7,12,248 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 10 लाख करोड़ रुपए का निवेश उत्तर प्रदेश में लाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। कंपनियों की ओर से सरकार को उपलब्ध करवाई गई प्रोजेक्ट रिपोर्ट्स के मुताबिक यह परियोजनाएं धरातल पर उतरेंगी तो 7,02,415 लोगों को रोजगार देंगी। मतलब, करीब एक करोड़ के निवेश पर एक व्यक्ति को रोजगार मिलेगा। लखनऊ में 10 फरवरी में होने वाली तीन दिवसीय 'ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट' के जरिए 10 लाख करोड़ रुपये का निवेश सरकार को हासिल करना था। समिट से पहले 16 देशों की यात्रा करने वाली उत्तर प्रदेश सरकार की आठ टीमों को 7.12 लाख करोड़ रुपये से के निवेश प्रस्ताव मिल चुके हैं। अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महाराष्ट्र में हुए पहले घरेलू रोड शो के जरिए 5 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इस तरह 12 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट शुरू होने से पहले आ चुके हैं। इसलिए सरकार ने निवेश लक्ष्य बढाकर 17 लाख करोड़ रुपये कर दिया है।
सेक्टर
निवेश (करोड़ रुपये)
प्रोजेक्ट की संख्या
डाटा सेंटर
22,600
5
नवीकरण ऊर्जा
14,220
4
परिधान व वस्त्रोद्योग
12,500
2
रिटेल व खाद्य प्रसंस्करण
11,875
5
लाजिस्टक पार्क
11,710
5
फिल्म सिटी
10,000
1
डिफेंस एयरोस्पेस
9,000
0
वेस्ट मैनेजमेंट
5,700
3
मैन्यूफैक्चरिंग
3,050
3
रियल इसेटस
2,600
2
हेल्थकेयर
2,055
1
इन सेक्टरों को भी अच्छा निवेश मिलेगा
इनके अलावा आईटी में 1,100 करोड़ रुपये, कृषि क्षेत्र में 1,000 करोड़ रुपये, कंस्ट्रक्शन सेक्टर में 792 करोड़ रुपये, हॉस्पिटेलिटी व ऑटोमोबाइल सेक्टर में 500-500 करोड़ रुपये, रसायन में 440 करोड़ रुपये, शिक्षा व उपभोक्ता सामान में 100-100 करोड़, मेडिकल डिवाइस के क्षेत्र में 10 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आए हैं।