Noida News : नेशनल टेस्ट हाउस (NTH) के ऑडिटरों की टीम 11-12 सितंबर को नोएडा की मैसर्स विमान एयरोस्पेस टेक्नोलॉजीज का दौरा करेगी। यह दौरा इस लिहाज से महत्वपूर्ण होगा क्योंकि भारतीय गुणवत्ता परिषद (QCI) ने ड्रोन की गुणवत्ता जांचने के लिए गाजियाबाद की राष्ट्रीय परीक्षणशाला को अंनतिम रूप से मंजूरी दे दी है।
ड्रोन मॉडल 'कृषिराज 1.0' का होगा मूल्यांकन
इस जांच का मुख्य उद्देश्य कृषि क्षेत्र के लिए बनाए गए ड्रोन मॉडल 'कृषिराज 1.0' का मूल्यांकन करना है। NTH गाजियाबाद यह सुनिश्चित करेगी कि भारत में बनने वाले ड्रोन सुरक्षा, गुणवत्ता और प्रदर्शन के मामले में उच्चतम मानकों का पालन कर रहे हैं या नहीं। यह मूल्यांकन ड्रोन नियम-2021 के अंतर्गत होगा। जो भारत में संचालित होने वाले ड्रोन के लिए अनिवार्य शर्त और प्रकार प्रमाणन हासिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
ड्रोन उद्योग में सबसे कम शुल्क लेने का दावा
गाजियाबाद स्थित टेस्टिंग लैब को अब ड्रोन के प्रमाणन की मंजूरी मिल गई है। यह पहल भारत को ड्रोन प्रौद्योगिकी के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने, सुरक्षित और प्रमाणित ड्रोन कॉम स्वीकृति देने के सरकार की मंशा के अनुरूप है। NTH प्रमाणन प्रक्रिया के लिए 1.5 लाख रुपये शुल्क पर ड्रोन प्रमाणन सेवाएं दे रहा है। दावा किया जा रहा है कि यह शुल्क ड्रोन उद्योग के लिए सबसे कम शुल्क में जांच करने की फीस है।
देश में हैं छह क्षेत्रीय कार्यालय
राष्ट्रीय परीक्षणशाला NTH का मुख्यालय कोलकाता में है। देश में इसके 6 क्षेत्रीय कार्यालय हैं। इसमें एक गाजियाबाद है। यहां इम्मुनेशन की जांच को छोड़कर सभी सामान, उत्पादों, उपकरणों का परीक्षण एवं मूल्यांकन होता है। यहां ये तय होता है कि जो चीजें जांच के आईं हैं वह मानकों के अनुसार बनाई गई हैं या नहीं। लैब से प्रमाण पत्र मिलने के बाद ही देश में उन चीजों को प्रयोग करने की अनुमति होती है। अगर लैब की जांच में कोई उत्पाद फेल होता है तो उसे भारत में बेचने और इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं होती है।