Noida News : भंगेल सीएचसी (Bhangel Community Health Center) में प्रसूताओं को खाना न मिलने का विवाद बढ़ता ही चला गया। इसके बाद अब इस विवाद की जांच कर रिपोर्ट सीएचसी प्रभारी और शिकायतकर्ता को भेज दी गयी है। हालांकि, शिकायतकर्ता ने बिना बात किए रिपोर्ट तैयार करने का आरोप लगाया है। इसी मामले की एक जांच जिला प्रशासन भी कर रहा है।
दोनों पक्षों को मिली चेतावनी
जांच रिपोर्ट में दोनों पक्षों को चेतावनी जारी की गई है। प्रेरणा कैंटीन संचालक पूनम को निर्देशित किया गया है कि वह मरीजों को नियमित रूप से पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराएं। बिजली व्यवस्था के लिए अलग से कनेक्शन लेने की बात कही गई है। वहीं, सीएचसी प्रभारी को निर्देशित किया गया है कि यह संज्ञान में आया है कि प्रेरणा कैंटीन संचालिका से धन की मांग की जा रही है। व्यवहार भी संतोषजनक नहीं हैं। भविष्य में इस तरह की शिकायत मिलने पर दोनों पक्षों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। प्रेरणा कैंटीन संचालिका पूनम ने आरोप लगाया है कि रिपोर्ट तैयार करने से पहले विभाग के किसी अधिकारी और कर्मचारी ने उनसे बात नहीं की।
कैसे शुरू हुआ विवाद
सीएचसी अधीक्षक और प्रेरणा कैंटीन संचालक एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे थे, जिससे अस्पताल की व्यवस्था चरमरा गई। सीएचसी अधीक्षक ने कैंटीन संचालक पर प्रसूताओं को खाना न देने का आरोप लगाया है। कैंटीन संचालक ने अधीक्षक पर बिजली-पानी कटवाने और कमीशन मांगने का आरोप लगाया है। दोनों पक्षों ने जिलाधिकारी, सीडीओ और सीएमओ से शिकायत की। इनके इस विवाद में प्रसूताओं को नियमित और पौष्टिक आहार नहीं मिल पा रहा था। उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत संचालित प्रेरणा कैंटीन को लेकर विवाद बढ़ने लगा। सीएचसी अधीक्षक यतेंद्र सिंह का कहना है कि कैंटीन संचालिका पूनम चौहान शनिवार दोपहर से सोमवार सुबह तक कैंटीन बंद रखती हैं, जिससे प्रसूताओं को परेशानी होती है। वहीं, कैंटीन संचालिका के पति सुमित चौहान का आरोप था कि अधीक्षक फर्जी बिल बनाने और कमीशन देने का दबाव बनाते हैं। आपको बता दें कि भंगेल सीएचसी में सबसे ज्यादा महिला पेशेंट पहुंचती है। इस सीएचसी में हर महीने 250 से ज्यादा डिलीवरी होती हैं।