भूमाफिया और महकमे की मिलीभगत के चलते नोएडा में सिंचाई विभाग की करीब 100 करोड़ रुपये की जमीन पर अवैध झुग्गी-झोपड़ी बसा दी गई है। दिल्ली में हुए सीलमपुर दंगों के बाद दिल्ली पुलिस सख्त हो गई थी। इसकी वजह से सीलमपुर में झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले हजारों लोगों ने नोएडा में नया आशियाना बसाना शुरू कर दिया। शहर के भूमाफिया भी इन्हें समर्थन देने लगे और देखते-देखते सिंचाई विभाग की तकरीबन 100 करोड़ रुपये की जमीन पर अवैध झुग्गी-झोपड़ी बसाई जा चुकी है। जबकि, इतनी ही कीमत की जमीन पर अवैध कब्जे की प्रक्रिया चल रही है। हालांकि नोएडा प्रशासन और सिंचाई विभाग इससे बेखबर है।
भाजपा के नोएडा महानगर अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक चिट्ठी लिखी है। इसके बाद मामला अधिकारियों के संज्ञान में आया। इसी 20 जनवरी को भेजे अपने पत्र में मनोज गुप्ता ने लिखा है कि अवैध झुग्गी-झोपड़ियों को नोएडा में बसा कर जमीनों पर अवैध कब्जे का गोरखधंधा चल रहा है। जिले में भूमाफिया पूरी तरह सक्रिय हो गए हैं और सिंचाई विभाग की जमीन पर कुंडली मारकर बैठ गए हैं।
हालांकि विभाग के अधिकारी और कर्मचारी इन्हें रोकने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। महानगर अध्यक्ष ने भूमाफिया और सिंचाई विभाग में सांठगांठ का भी आरोप लगाया है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि अगर सिंचाई विभाग माफिया से अपनी जमीन बचा पाने में असक्षम और असमर्थ है, तो जमीन विभाग से लेकर नोएडा प्राधिकरण को सौंप दी जाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मामले की गंभीरता को समझते हुए सोमवार को उत्तर प्रदेश दिवस कार्यक्रम के दौरान इस मसले पर अधिकारियों से संज्ञान लेंगे।
चिट्ठी में कहा गया है कि सिंचाई विभाग की जमीनों पर अवैध कब्जे के बारे में दिल्ली भाजपा जिला अध्यक्ष विनोद बछेती ने नोएडा महानगर संगठन के पदाधिकारियों को इस बारे में अवगत कराया था। भाजपा नेता ने लिखा है कि मौके का निरीक्षण करने के पश्चात इसकी पुष्टि भी हो चुकी है। मौका स्थल पर जाने से पता चलता है कि जमीन पर अवैध कब्जा हो चुका है। हालांकि उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता एनपी वर्मा ने नोएडा में जमीन पर अवैध कब्जे की घटना से इनकार किया।