बड़ी खबर: नोएडा आईएमए और डीएम के बीच हुई मीटिंग, प्राइवेट अस्पतालों को मिल सकती है कोरोना वायरस के इलाज की इजाजत

नोएडा | 4 साल पहले |

Tricity Today | नोएडा आईएमए और डीएम के बीच हुई मीटिंग



Coronavirus in Noida : नोएडा में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association) के पदाधिकारियों और जिलाधिकारी सुहास एलवाई (DM Noida) के बीच गुरुवार की दोपहर एक महत्वपूर्ण बैठक हुई है। जिसमें जिलाधिकारी ने चिकित्सकों से मौजूदा हालात पर नजर रखने और मदद देने की मांग की है। इस पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के डॉक्टरों ने जिला प्रशासन को हर संभव मदद देने का भरोसा दिया है। दूसरी ओर आईएमए ने प्राइवेट अस्पतालों में कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों का इलाज करने की अनुमति मांगी है। इस पर जिलाधिकारी ने शासन से बातचीत करने का आश्वासन दिया है। जिस रफ्तार से कोरोनावायरस के मामले सामने आ रहे हैं, इन हालात को संभालने के लिए सरकार प्राइवेट अस्पतालों में उपचार की अनुमति दे सकती है।

जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने शहर के डॉक्टरों को बताया कि गौतमबुद्ध नगर जिले में रोजाना बड़ी संख्या में संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। आने वाले दिनों में मरीजों का इलाज करने के लिए और अस्पतालों की आवश्यकता हो सकती है। पिछले साल नोएडा और ग्रेटर नोएडा के डॉक्टरों ने महामारी को काबू करने के लिए बड़ा योगदान दिया था। अब एक बार फिर इसी तरह के सहयोग की आवश्यकता है। इस पर आईएमए ने जिलाधिकारी को कहा कि जिले के डॉक्टर पूरी तरह सहयोग करेंगे। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के साथ है।

कोविड-19 उपचार के लिए जरूरी दवाओं की कालाबाजारी रोकी जाए
नोएडा आईएमए के अध्यक्ष डॉक्टर एनके शर्मा ने जिलाधिकारी से कहा कि कोरोनावायरस के संक्रमण के लिए इस्तेमाल होने वाली दवाओं की कालाबाजारी चल रही है। ऐसी शिकायतें लगातार मिल रही हैं। इस पर जिलाधिकारी ने आईएमए को आश्वासन दिया कि ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। ब्लैक मार्केटिंग और जमाखोरी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने कहा कि ड्रग्स डिपार्टमेंट को बाजार पर नजर रखने का आदेश दिया गया है। अगर कहीं से भी शिकायत मिलेगी तो तत्काल कदम उठाया जाएगा। आपको बता दें कि पिछले 2 दिनों से जिले में रेमेडीवाइजर इंजेक्शन का अकाल पड़ा हुआ है। सोशल मीडिया पर लोग लगातार शिकायत कर रहे हैं। कई लोगों ने तो जानकारी दी है कि यह इंजेक्शन एक लाख रुपये में भी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।

आईएमए ने कहा- प्राइवेट अस्पतालों को इलाज की इजाजत दी जाए
आईएमए के अध्यक्ष ने डीएम से कहा कि रोजाना बड़ी संख्या में संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में मौजूदा कोविड-19 अस्पतालों में बिस्तर मिलना मुश्किल हो जाएगा। लिहाजा, सरकार को तत्काल कदम उठाना चाहिए। नोएडा और ग्रेटर नोएडा के प्राइवेट अस्पतालों को कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों का इलाज करने की अनुमति दी जानी चाहिए। इस पर जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने कहा कि यह निर्णय शासन को लेना होगा। इससे जुड़ा एक प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जाएगा। अगर वहां से अनुमति मिलती है तो प्राइवेट अस्पतालों को इलाज करने की इजाजत दे दी जाएगी।

मरीज को कोविड-19 अस्पताल में जगह मिलने तक उपचार करते रहें
डीएम सुहास एलवाई ने आईएमए से अपील की कि अगर उनके यहां भर्ती होने वाले किसी मरीज में कोरोनावायरस की पुष्टि हो जाती है तो ऐहतियात बरतते हुए उन मरीजों को तब तक उपचार मुहैया करवाते रहें, जब तक कोविड-19 अस्पताल में उन्हें भर्ती नहीं कर लिया जाता है। इसके लिए चिकित्सकों को सहयोग करना होगा। डीएम ने आईएमए से अपील की है कि सभी डॉक्टरों को कोरोना संक्रमण के उपचार की प्रक्रिया और एहतियात का प्रशिक्षण दिलाने में मदद करें। आईएमए ने डीएम को पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया है।

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