नोएडा में प्रदूषण : प्राधिकरण बढ़ाएगा पानी का छिड़काव, सीईओ ने लिया जायजा

नोएडा | 4 दिन पहले | Nitin Parashar

Tricity Today | सीईओ डॉ. लोकेश एम. ने निरीक्षण किया।



Noida News : वायु प्रदूषण का स्तर चिंताजनक है। हवा में प्रदूषण का एक्यूआई (AQI) 400 के पार पहुंच गया है। इसको रोकने लिए नोएडा प्राधिकरण लगातार काम कर रहा है। इसी क्रम में सीईओ डॉ. लोकेश एम. ने शहर के अलग अलग क्षेत्रों में निरीक्षण किया और कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान प्रदूषण नियंत्रण, स्वच्छता और शहरी विकास से संबंधित कई मुद्दों पर ध्यान दिया गया।

बढ़ाया जाएगा पानी का छिड़काव
नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए पानी का छिड़काव बढ़ाया जाएगा। वर्तमान में पांच टैंकरों द्वारा प्रतिदिन लगभग 100 से 125 किलोमीटर क्षेत्र में जल-छिड़काव किया जा रहा है। सीईओ ने इस कार्य को और अधिक विस्तार देने के निर्देश दिए हैं।

लगाए जाएंगे नए पौधे
सीईओ ने सेक्टर-34 में सेंट्रल वर्जा में पौधों की स्थिति पर चिंता व्यक्त की। निरीक्षण के दौरान पाए गए पौधे सूखे और कम संख्या में थे, जिन पर धूल-मिट्टी जमी हुई थी। सीईओ ने इन पौधों पर पानी छिड़कने और उनकी संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। सीईओ ने खाली भूखंडों से अतिक्रमण हटाने और पार्कों के रख-रखाव पर भी ध्यान दिया। मौसमी पौधे लगाने के भी निर्देश दिए गए।

टॉयलेट का उठा मुद्दा
सेक्टर-33 में एक महत्वपूर्ण मुद्दा सामने आया, जहां एक टॉयलेट में सीवर कनेक्शन नहीं होने के कारण हैंडओवर नहीं हो पाया। सीईओ ने संबंधित अधिकारियों को तत्काल इसका समाधान करने और एक सप्ताह में सभी टॉयलेट में पानी और सीवर कनेक्शन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

सड़क का चौड़ीकरण
यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए भी कदम उठाए गए। सेक्टर 33/23 के मार्ग पर यातायात की अधिकता को देखते हुए सड़क के चौड़ीकरण के निर्देश दिए गए। साथ ही, एलिवेटेड रोड के पिलर्स पर आकर्षक लाइटिंग व्यवस्था और टी-पॉइंट पर हाईमास्ट लाइट लगाने के लिए कहा गया।

सेक्टर 54 और 22 की सीमा को विकसित करने के निर्देश 
पर्यावरण संरक्षण पर भी ध्यान दिया गया। सेक्टर 54 और 22 की सीमा पर हरी पट्टी विकसित करने के निर्देश दिए गए। इस हरी पट्टी में लाइटिंग, वॉकिंग स्पेस, जॉगिंग ट्रैक और ओपन जिम की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया गया। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने डिसेंट्रलाइज्ड बायोमेथेनाइजेशन प्लांट्स का भी निरीक्षण किया और श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गम बूट, चमड़े के दस्ताने और जैकेट जैसे सुरक्षा उपकरण प्रदान करने के निर्देश दिए।

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